Rajasthan Elections: गुरुवार को नामांकन वापसी के आखिरी दिन राजाखेड़ा विधानसभा क्षेत्र से बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी डॉक्टर धर्मपाल सिंह जादौन ने अपना नामांकन वापस ले लिया है. बीएसपी प्रत्याशी के नामांकन करने से भाजपा की नीरजा अशोक शर्मा और कांग्रेस के रोहित बोहरा के बीच सीधा मुकाबला तय हो गया है. राजाखेड़ा विधानसभा क्षेत्र की सियासत का गणित भी बदल गया है. जादौन ने कहा कि उन्होंने वसुंधरा राजे के कहने पर नामांकन वापस लिया है.
राजाखेड़ा विधानसभा क्षेत्र के बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी डॉक्टर धर्मपाल सिंह जादौन द्वारा नामांकन वापस लेने से सियासत गर्मा गई है. इसके बाद बीएसपी का पारंपरिक दलित वोटर कांग्रेस की तरफ मुड़ने की संभावना दिखाई दे रही है तो वही सवर्ण मतदाता भाजपा के खाते में जा सकते हैं .
यह रह सकता है जातियों का रुझान
भाजपा की नीरजा अशोक शर्मा ब्राह्मण और कांग्रेस के रोहित बोहरा, जैन समाज से ताल्लुक रखते हैं. बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी रहे डॉक्टर धर्मपाल पहले भाजपा में थे. राजपूत समाज में उनका काफी दबदबा माना जाताहै और मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के करीबी हैं. धर्मपाल बीजेपी से टिकट मांग रहे थे, लेकिन टिकट नीरजा अशोक शर्मा पार्टी ने उम्मीदवार बनाया, जिसके बाद उन्होंने बसपा से नामांकन दाखिल किया था.
'पूर्व CM वसुंधरा राजे के कहने पर लिया नामांकन वापस'
डॉक्टर धर्मपाल सिंह जादौन ने बीएसपी प्रत्याशी का नामांकन विड्रॉल करने के बाद अपने फेसबुक अकाउंट पर पोस्ट शेयर की है. सोशल मीडिया पर उन्होंने बताया राजपूत समाज की भाजपा पार्टी द्वारा उपेक्षा की गई थी, इससे व्यथित होकर उन्होंने बसपा का दामन थाम कर प्रत्याशी के तौर पर नामांकन दाखिल किया था. नामांकन भरने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे बीजेपी के कद्दावर नेता महेश जोशी द्वारा लगातार दूरभाष से संपर्क किये जा रहे थे. भाजपा के बड़े नेताओं के आश्वासन पर उन्होंने नामांकन वापस लिया है. अब वह भाजपा के साथ मिलकर काम करेंगे.
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