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Watch: किडनैपर या बच्चे का पिता... जयपुर के वायरल वीडियो की क्या है सच्चाई? UP के कांस्टेबल की फिल्मी कहानी

Jaipur Viral Video: जयपुर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. वीडियो में एक बच्चा किडनैपर से लिपटकर रोता नजर आ रहा है. दावा किया जा रहा है कि किडनैपर उस बच्चे का पिता है. क्या है इस मामले की पूरी कहानी, जानिए इस रिपोर्ट में.

Watch: किडनैपर या बच्चे का पिता... जयपुर के वायरल वीडियो की क्या है सच्चाई? UP के कांस्टेबल की फिल्मी कहानी
किडनैपर की गोद में बच्चा, महिला की गोद में रोता हुआ बच्चा.

Child Crying For Kidnapper: किडनैपर से लिपटकर रोता बच्चा, सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियो को लाखों लोग देख चुके हैं. जयपुर से वायरल हुआ इस वीडियो को सोशल मीडिया पर हजारों लोगों ने पोस्ट और शेयर किया है. लेकिन अब इस वायरल वीडियो से जुड़े केस में एक नया मोड़ आया है. सोशल मीडिया पर कई लोग यह दावा कर रहे हैं कि साधु के वेष में गिरफ्तार किडनैपर बच्चे का पिता है. इसे लेकर मथुरा के एसपी देहात त्रिगुण बिसेन का बयान भी सामने आया है. जिससे यह फिल्मी कहानी अब बुरी तरह से उलझ गई है. इस वायरल वीडियो की सच्चाई क्या है, आइए जानते हैं इस रिपोर्ट में. 

पहले जानिए कहानी है क्या?

कहानी की शुरुआत राजस्थान की राजधानी जयपुर से होती है. जयपुर के सांगानेर थाना क्षेत्र से करीब 14 माह पहले 11 महीने के बच्चे का अपहरण हुआ था. जिसका खुलासा पुलिस ने अब किया है. पुलिस ने मामले में यूपी पुलिस के निलंबित कांस्टेबल तनुज चाहर को गिरफ्तार किया. तनुज साधु की वेष में पकड़ा गया. उसकी बाल-दाढ़ी बढ़ी हुई है. 

पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार 14 जून 2023 को जयपुर से एक 11 माह के बच्चे का अपहरण किया था. आरोपी ने बच्चे का अपहरण करने के लिए घटना से पहले जयपुर रहकर रेकी की और उसके बाद अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया था.

क्यों वायरल हुई जयपुर की यह कहानी

एक बच्चे के अपहरण की यह कहानी वायरल इसलिए हुई क्योंकि जब थाने में पुलिस किडनैपर से बच्चे को मुक्त कर उसे उसके परिजनों को सौंप रही थी, तब बच्चा किडनैपर के पास वापस जाने को बेजार होकर रो रहा था. इस दौरान आरोपी किडनैपर भी रोने लगा. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. 

वायरल वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि अगवा बच्चा किडनैपर को छोड़ने के लिए तैयार ही नहीं था. वह आरोपी से लिपटकर जोर-जोर से रोने लगा. बच्चा अपने माता-पिता के पास नहीं जाना चाह रहा था. यह नजारा देख आरोपी के आंखों में भी आंसू आ गए.

आरोपा का दावा- वह बच्चे का पिता

इधर मामले में आरोपी का दावा है कि वह बच्चे का पिता है. दरअसल इस बच्चे के लापता होने से पहले आरोपी का पीड़ित परिवार के साथ संबंध था. बच्चे की मां आरोपी की रिश्तेदारी में दूर की बहन लगती है. तनुज की पहली शादी अलीगढ़ की खैर की एक लड़की से हुई, जिसने उसने छोड़ दिया. बाद में उसने जयपुर की लड़की से 2021 में लव मैरिज की. फिर पूनम ने एक बेटे को जन्म दिया. 

लेकिन कुछ दिनों बाद पूनम से भी उसका विवाद हो गया और अपने बच्चे को लेकर जयपुर चली आई. बताया जाता है कि लड़की के परिजन इस तनुज के साथ रिश्ते को तैयार नहीं थे. इसके बाद तनुज ने बेटे के लिए साथियों के साथ मिलकर बच्चे का अपहरण किया. 

अखबार की रिपोर्ट- बेटे के अपहरण में कांस्टेबल गिरफ्तार

इस मामले में उत्तर प्रदेश के लोकप्रिय समाचार पत्र अमर उजाला में एक खबर भी छपी है. जिसकी हेडिंग है- 'मथुरा में बेटे के अपहरण में हेड कांस्टेबल गिरफ्तार'. इस रिपोर्ट में मथुरा के एसपी देहात त्रिगुण बिसेन ने बताया, आगरा के बिसरा, अकोला का रहने वाला तनुज चाहर यूपी पुलिस में हेड कांस्टेबल था. उसकी तैनाती अलीगढ़ में थी. 

अखबार में छपी रिपोर्ट.

अखबार में छपी रिपोर्ट.

मथुरा के एसपी देहात ने दी अहम जानकारी

खैर अलीगढ़ निवासी उसकी पहली पत्नी ने उसे छोड़ा तो तनुज ने जयपुर स्थित आरके सिटी, सदर निवासी अपनी दूर की रिश्तेदार पूनम से 2021 में प्रेम विवाह कर लिया था. इस विवाह से पूनम के परिजन खुश नहीं थे. इसी बीच पूनम ने एक बेटे को जन्म दिया. कुछ समय बाद उसका तनुज से विवाद हो गया. 

तनुज से विवाद के बाद पूनम अपने बेटे के साथ जयपुर चली गई. 14 जून 2023 को तनुज 11 माह के बेटे का अपहरण कर लाया था. इस आरोप के साथ पूनम ने इस संबंध में जयपुर में मुकदमा दर्ज करा दिया था. तभी से जयपुर पुलिस उसके पीछे लगी थी. अब उसे गिरफ्तार किया गया है. 

इस मामले में बच्चे की मां और परिजनों के साथ-साथ आरोपी किडनैपर का दावा अलग-अलग है. ऐसे में इस वैज्ञानिक नजरिए इसकी पुष्टि तो डीएनए जांच से ही साबित होगी. फिलहाल मामले में अभी तक यही कहानी सामने आई है. 

अपहरण तो बच्चे का ख्याल क्यों रखता था आरोपी

इस मामले में एक सवाल यह भी उठता है कि यदि तनुज ने बच्चे का अपहरण किया तो वह किस मकसद से. यदि उसकी कुछ और मंशा होती तो वह बच्चे का ख्याल क्यों रखता. उसे बच्चे को बचाने के लिए अपनी नौकरी तक से हाथ धोना पड़ा. पहचान छिपाने के लिए वेश तक बदलना बड़ा. किडनैपर के पास से बच्चे की दूध की बोतल सहित बच्चे के जरूरत की अन्य सामान भी मिली है. 

यह भी पढ़ें - 14 माह बाद मिला 11 महीने का बच्चा, यूपी पुलिस का सिपाही निकला किडनैपर; खुद बना साधु बच्चे को बनाया कृष्ण

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