चित्तौड़गढ़ में दलित वृद्ध को अपमानित कर वीडियो वायरल करने का शर्मनाक मामला सामने आया है. वीडियो वायरल होने के तुरंत बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 10 आरोपियों को दबोच लिया है. जानकारी के मुताबिक पांच माह पूर्व एक धार्मिक कथा के दौरान वृद्ध ने समाज विशेष पर अपमाजनक टिप्पणी कर दी थी उसका वीडियो बनाकर किसी ने वायरल कर दिया था.
समाज विशेष के लोगों ने जब वायरल वीडियो देखा तो क्रोधित होकर दलित वृद्ध के साथ दुर्व्यवहार किया और उसे सरेआम पंचायत में सिर पर जूते रखकर माफी मंगवाई गई. इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. इस संबंध में पुलिस ने मौके पर पहुंच वृद्ध से घटना की रिपोर्ट प्राप्त की,और दलित वृद्ध को धमकाने के लिए आरोपियों के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज कर जांच में जुट गई.
एएसपी रावतभाटा सुभाषचन्द्र मिश्रा के सुपरिविजन व डीएसपी बेगूं बद्रीलाल राव के नेतृत्व में घटना में नामजद तथा घटना में शामिल व्यक्तियों को डिटेन करने हेतु थानाधिकारी पारसोली देवेन्द्र कुमार के निर्देशन में टीम गठित किया था और दलित वृद्ध पर हुए अत्याचार की घटना को गंभीरता से लेकर आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश दिया था.
मामले में शेष आरोपियों की तलाश जारी रखते हुए बुधवार को आरोपियों दुगार निवासी 60 वर्षीय उगमा पुत्र नंदा गुर्जर, 50 वर्षीय भंवरलाल पुत्र भैरू गुर्जर, 65 वर्षीय हजारीलाल पुत्र देवाजी गुर्जर, 36 वर्षीय रामचंद्र पुत्र काना गुर्जर, 60 वर्षीय जमना पुत्र भूदर गुर्जर एवं सारण थाना पारसोली निवासी 22 वर्षीय सुरेश पुत्र नाथुलाल गुर्जर व उडवा थाना गंगरार निवासी कन्हैयालाल पुत्र देवालाल गुर्जर को गिरफ्तार किया गया.
आरोपियों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में डीएसपी बेगूं बद्रीलाल राव, थानाधिकारी पारसोली देवेन्द्र कुमार उप निरीक्षक, हैड कानि रतनलाल, नंदकिशोर, कानि बेनीगोपाल व मस्तराम शामिल रहे.