Jal Jeevan Mission Scam: जल जीवन मिशन घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय ने एक और शख्स को गिरफ्तार किया है. जयपुर से ईडी की टीम ने संजय बड़ाया को गिरफ्तार किया है. बड़ाया पर JJM घोटाले में बिचौलिए की भूमिका के आरोप है. गिरफ्तारी के बाद संजय बड़ाया से इस समय ED अधिकारी जयपुर कार्यालय में पूछताछ कर रहे हैं. मालूम हो कि JJM घोटाले में अब तक ED 3 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है.
संजय बड़ाया की मिलीभगत से बांटे गए थे टेंडर
उल्लेखनीय हो कि जल जीवन मिशन घोटाला मामले में ईडी ने संजय के घर पर पहले सर्च अभियान भी चलाया था. संजय उन लोगों में शुमार है, जिनकी मिलीभगत से फर्जी दस्तावेजों के आधार पर टेंडर दिए गए. संजय को पूर्व मंत्री महेश जोशी का करीबी भी माना जाता है. इससे पहले ईडी ने पदम चंद जैन और महेश मित्तल को भी गिरफ्तार किया है. संजय से पूछताछ में कुछ अहम खुलासे हो सकते हैं.
संजय की ठेकेदारों के साथ नजदीकी रिश्ता
महेश मित्तल और पदम चंद जैन की कंपनियों को गलत तरीके से टेंडर दिए गए थे. उन्होंने फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र तैयार कर के टेंडर में हिस्सा लिया था. आरोप है कि इन सब में दोनों ठेकेदारों के साथ संजय की भूमिका भी थी. कई अधिकारियों के साथ भी उसके सांठगांठ की जानकारी जांच एजेंसी को मिली है.
तीन एजेंसियां कर रही हैं इस मामले की जांच
जल जीवन मिशन के 900 करोड़ रुपए के घोटाले के मामले में एसीबी, ईडी और सीबीआई भी इस मामले की जांच कर रही हैं. इस मामले में ED ने 2023 सितंबर में जयपुर और अलवर में नौ जगह छापे मारे थे. जिसमें महेश मित्तल, प्रॉपर्टी कारोबारी संजय बढ़ाया, कल्याण सिंह कविया, विशाल सक्सैना, माया लाल सैनी, पद्म चंद जैन, तहसीलदार सुरेश शर्मा और अमिताभ कौशिक के यहाँ सर्च अभियान चलाया था. अभियान में 2,50, लाख नगद एक किलो सोने की ईंट और करोड़ों की प्रॉपर्टी के काग़ज़ात और कुछ अधिकारियों के रिश्तेदारों के नाम से लेन देन के काग़ज़ात मिले थे.
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