Heavy Rain In Rajasthan: बुधवार को राजस्थान के कई इलाकों में भारी बारिश के बाद मौसम विभाग ने पूर्वी राजस्थान के कई जिलों में मौसम को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि जयपुर, दौसा, टोंक, बूंदी, कोटा, बारां, झुंझुनू, चूरू, सीकर, अजमेर और नागौर जिलों में कुछ जगहों पर तेज हवाओं (30-40 किलोमीटर प्रति घंटा) के साथ तेज बारिश हो सकती है. इससे कच्चे घरों, दीवारों, बिजली की लाइनों और पेड़ों को नुकसान हो सकता है.
बुधवार को तेज बारिश के बाद राजधानी जयपुर में बारिश की वजह से कई इलाकों में पानी भर गया. जयपुर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के सामने पानी भरने से आवाजाही में काफी परेशानी आ रही है. मौसम विभाग ने प्रदेश में तेज बारिश की संभावना जताई है. मौसम विभाग के मुताबिक आज मानसून ट्रफ लाइन राज्य के उत्तरी भागों से होकर गुजर रही है इसके प्रभाव से आगामी 48 घंटों के दौरान राज्य के उत्तरी व पूर्वी भागों में बारिश की गतिविधियां दर्ज होने की प्रबल संभावना है.
भारी बारिश की संभावना को देखते हुए राजधानी जयपुर के कई स्कूलों में आज शिक्षा विभाग ने स्कूलों में छुट्टी का ऐलान किया है. मौसम विभाग के मुताबिक 1 अगस्त को भरतपुर और जयपुर संभाग के कुछ भागों में मध्यम से तेज बारिश होने व कहीं-कहीं भारी बारिश होने की संभावना है. बीकानेर संभाग के कुछ भागों में मेघगर्जन के साथ बारिश होने की संभावना है.
— मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर (@IMDJaipur) August 1, 2024
जयपुर एयरपोर्ट के पोर्च में भरा पानी
बारिश की वजह से जयपुर एयरपोर्ट के पोर्च एरिया में पानी भर गया. एयरपोर्ट के अराइवल हॉल बेसमेंट में भर गया जिसे 2 मोटर पंप के जरिए बाहर निकालने के प्रयास जारी हैं. इसके अलावा कई जगहों पर रेलवे ट्रैक पर पानी भरने से ट्रेनों का शेड्यूल गड़बड़ा गया है.
उदयपुर में सड़क धंसी
उदयपुर के भूपालपूरा थाना क्षेत्र में दुर्गा नर्सरी रोड के पास सड़क धंस गई. सड़क धसने से वहां पर बड़ा सा खड्डा हो गया.
गनीमत रही कि इस दौरान कोई हादसा नहीं हुआ और न ही कोई जनहानि हुई. इस जगह के आसपास भी सड़क पर क्रेक आ गए है.
इन जिलों में येलो अलर्ट
मौसम विभाग ने प्रदेश के सवाईमाधोपुर, टोंक, जयपुर, भीलवाड़ा, बूंदी, नागौर, बीकानेर, कोटा जिलों में कही कहीं पर तेज सतही हवा (20-30 KMPH) मेघगर्जन / वज्रपात के साथ हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना जताई है. IMD ने लोगों को सलाह दी है कि वे मेघगर्जन के समय पेड़ों के नीचे शरण ना लें. इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के प्लग निकाल दें. मौसम सामान्य होने की प्रतीक्षा करें.