Rajasthan News: कोटा में नीट की तैयारी कर रही छात्रा की किडनैपिंग मामले में पुलिस को भले ही अहम सुराग मिले हों, लेकिन पुलिस के हाथ अभी भी खाली हैं. किडनैप की गई छात्रा का अब तक कुछ पता नहीं चल सका है. कोटा पुलिस की ओर से छात्रा के बारे में जानकारी देने वाले को ₹20000 का इनाम भी घोषित किया गया है. वहीं केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से फोन पर बात की है. उन्होंने जल्द से जल्द छात्रा को सुरक्षित घर पहुंचाने की बात कही है.
कई सवालों में उलझी पुलिस की जांच
लड़की मध्य प्रदेश के शिवपुरी की रहने वाली है. छात्रा की तलाश और आरोपियों को पकड़ने के लिए अलग-अलग पुलिस टीमों का गठन किया गया है. दिल्ली और इंदौर भी टीम को भेजी गई हैं. किडनैपर ने छात्रा के पिता से 30 लाख रुपए फिरौती मांगी है. रुपए नहीं देने पर छात्रा को जान से मारने की धमकी दी है. हालांकि केस में कई चौंकाने वाले तथ्य भी सामने आए हैं. इस पूरे मामले में कुछ सवाल भी खड़े हो रहे हैं. छात्रा के माता-पिता ने जिस कोचिंग इंस्टीट्यूट का नाम बताया, उसमें छात्रा का रजिस्ट्रेशन नहीं मिला, ऐसा क्यों? छात्रा ने हॉस्टल का गलत नाम क्यों बताया? अगर हॉस्टल में नहीं तो छात्रा कोटा में कहां रह रही थी? आखिर किस जगह से छात्रा का अपहरण हुआ?
'किसी कोचिंग इंस्टीट्यूट में दाखिला नहीं'
इन सभी सवालों के जवाब पुलिस भी तलाश रही है. इस पूरे मामले पर कोटा शहर एसपी अमृता दुहन ने कहा है कि पुलिस की शुरुआती जांच में जो तथ्य सामने आए हैं उसके मुताबिक छात्र का कोटा में किसी कोचिंग संस्थान में दाखिला नहीं था और ना ही वह कोटा में किसी हॉस्टल या पीजी में रह रही थी. इसका भी रिकॉर्ड पुलिस को शुरुआती जांच में नहीं मिला है. हालांकि पुलिस की ओर से अनुसंधान लगातार जारी है. पुलिस की माने तो फिलहाल यह भी स्पष्ट नहीं हो सका है कि छात्रा का अपहरण कोटा से हुआ है या किसी और जगह से.
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