
Rajasthan Election 2023: लोकतंत्र के महाकुंभ में हर वोट क़ीमती होता है, ऐसे में राजस्थान विधानसभा चुनाव में पहली बार वोट डालने जा रहे युवाओं के साथ शिक्षा, स्वास्थ, रोजगार और राजनीति में भ्रष्टाचार और विकास में उनकी भागेदारी को लेकर सचिन पायलट की विधानसभा टोंक में पहली बार वोट डालने जा रहे युवाओं से NDTV संवाददाता ने बात की.
आज का युवा जीवन के हर क्षेत्र में आगे आकर नेतृत्व करना चाहता है और बेबाकी से इस डिजिटल युग में हर प्लेटफार्म पर खुद की मौजूदगी चाहता है, ऐसे में हमने नवाबी शहर टोंक के ऐतिहासिक फ्रेजर ब्रिज जो कभी जयपुर और टोंक की दो रियासतों को जोड़ता था उस पर युवाओं से बात की.
सवाल- पहली बार वोट करने जा रहे है कैसा लग रहा है और सरकार कैसी होनी चाहिए क्या उम्मीद करते हैं?
जवाब (धवल पराणा, उम्र 22 साल, कानून के छात्र ) - पहली बार वोट करने जा रहे है. अब तक बड़ों को वोट डालते देखा है, अब खुद वोट डालेंगे. सड़कें और साफ सफाई-दोनों पहलुओं पर सिस्टम को ध्यान देना चाहिए .
सवाल- पहले वोट को लेकर क्या सोच है और क्या उम्मीद है?
जवाब (प्रियम टांक, उम्र 24 साल, जेम्स स्टोन के व्यापारी )- बहुत ज्यादा उत्सुकता है, हमारी उम्मीद है कि सर्विसेज प्रॉपर हो तभी हमारा वोट कामयाब रहेगा क्योंकि युवाओं की उम्मीद सरकारो से बहुत होती है.
सवाल- लड़कियों की शिक्षा और सुरक्षा को लेकर सरकारों को क्या करना चाहिए?
जवाब (प्रितिका टांक, उम्र 21 साल, BBA की छात्रा) - आज लड़कियां कहीं भी सुरक्षित नहीं है, देखा जा रहा है. ऐसे में लड़कियों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होने चाहिए. वहीं लड़कियों को हर वर्ग में शिक्षा का अधिकार मिलना चाहिए, वह चाहे लोअर कास्ट हो या अपर कास्ट हो .
सवाल- सरकारों को लड़कियों की सुरक्षा के लिए क्या करना चाहिए और क्या उम्मीद है?
जवाब (अदिति शर्मा, उम्र 23 साल, बैंक कर्मी )- एक बेसिक सेफ्टी होनी चाहिए ताकि लड़कियों को बाहर निकलने से पहले सोचनान पड़े ,सुरक्षा बेहद जरूरी है, फिर शिक्षा तो खुद ही पा लेंगे हम सबको जिम्मेदारी का निर्वहन करना होगा.
सवाल- युवाओं की राजनीति में भागेदारी होनी चाहिए क्या उम्मीद है सरकार से?
जवाब (सानिध्य शर्मा, उम्र 21 साल, बीएससी-बीएड का छात्र)- हम एक स्थायी सरकार की उम्मीद करते हैं, क्योंकि विकास तभी संभव है. जब स्थायी सरकार हो. वहीं निर्णय लेने की क्षमता स्थायी सरकारों में होती है जबकि अस्थाई सरकारें निर्णय लेने की जगह पंगू सरकार होती हैं. ऐसे में जरूरत है युवा आगे आएं और राजनीति का हिस्सा बनें क्योंकि अनुभव और जोश के मिश्रण से एक बेहतर सरकार का विकल्प मिल सके.
सवाल- राजनीति में धर्म,नफरत ओर सोशल मीडिया के बढ़ते प्रचलन पर क्या होना चाहिए .
जवाब (आदित्य शर्मा, उम्र 22 साल, पत्रकारिता के छात्र )- आज का युवा धर्म और जातिवाद से आगे बढ़ चुका है,जरूरत है आज शिक्षा के विकास की. जिसके दम पर हम जागरूकता ला सकते हैं ,सरकारों को चाहिए कि विकास दमदार होना चाहिए जिसका असर बड़े शहरों के साथ छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्र तक होना चाहिए. वही पांच साल तक उपेक्षा के बाद चुनाव से ठीक पहले योजनाओं को लाना और नई सड़कें बनाना महज दिखावा ही नजर आता है.
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