
Rajasthan News: भारत और पाकिस्तान के तनाव के बीच दोनों देशों की तरफ से लगातार एक दूसरे के ऊपर हमले किए जा रहे हैं. इसी बीच राजस्थान के झुंझुनूं से बड़ी खबर मिली है. जहां जिले के झुंझुनूं के मंडावा विधानसभा क्षेत्र के मेहरादासी गांव निवासी जवान सुरेंद्र कुमार मोगा शहीद हो गए है. जम्मू कश्मीर के उधमपुर के 39 विंग एयर बेस में तैनात मेडिकल असिस्टेंट सार्जेंट के पद पर कार्यरत सुरेंद्र कुमार मोगा के शहीद होने की पुष्टि जिला कलेक्टर रामावतार मीणा ने की है. उन्होंने बताया कि सूचना मिली है कि सुरेंद्र कुमार शहीद हो गए है.
पाकिस्तानी हमले में #झुंझुनूं जिले का जवान शहीद
— District Magistrate and Collector, Jhunjhunu (@DMJhunjhunu) May 10, 2025
➡️भारतीय वायुसेना की 39 विंग में उधमपुर में मेडिकल असिस्टेंट सार्जेंट कार्यरत मंडावा के मेहरादासी गांव के सुरेंद्र कुमार हुए शहीद
➡️जिला कलेक्टर रामावतार मीणा तुरंत पहुंचे
➡️एसपी शरद चौधरी भी रहे साथ@DIPRRajasthan #IndianArmy pic.twitter.com/mATrLimrNI
कलेक्टर-एसपी पहुंचे शहीद के गांव
सूचना के बाद कलेक्टर रामावतार मीणा और एसपी शरद चौधरी परिवार के लोगों से मिलने के लिए मेहरादासी गांव पहुंच गए हैं. आपको बता दें कि सुरेंद्र कुमार करीब साढ़े 15 साल पहले सेना में मेडिकल असिस्टेंट सार्जेंट के पद पर भर्ती हुए थे. उनकी ड्यूटी बैंगलोर थी. वे परिवार के साथ बैंगलोर ही रहते थे.
वर्तमान में युद्ध जैसे हालात होने पर उन्हें बैंगलोर से उधमपुर चार दिन पहले ही बुलाया गया था. इसके बाद उन्होंने अपनी पत्नी सीमा और दो बच्चों 11 साल की बेटी वर्तिका और सात साल के पुत्र दक्ष को गांव भेज दिया था. सुरेंद्र कुमार को शहादत कैसे मिली. यह अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है.
10-11 दिन पहले ही गांव से वापिस लौटे थे
बताया जा रहा है कि सुरेंद्र कुमार करीब 10-11 दिन पहले ही छुट्टी पूरी कर बैंगलोर वापिस ड्यूटी पर लौटे थे. उन्होंने गांव में नया मकान बनाया था. जिसका गृह प्रवेश कार्यक्रम अप्रैल महीने में था. इसके बाद वे वापिस ड्यूटी पर गए थे. तीन बहनों के बीच सुरेंद्र कुमार अकेले भाई थे. तीनों बहनें बड़ी है. पिता शिशुपाल सिंह सीआरपीएफ से रिटायर थे. जिनका निधन भी कुछ साल पहले हो गया था.
2010 में सेना में हुए थे भर्ती
सुरेंद्र कुमार की पढाई झुंझुनूं में राजस्थान पब्लिक स्कूल और जीआर पब्लिक स्कूल में हुई. जबकि बीएससी उन्होंने मोरारका कॉलेज से की थी. वह सेना में 1 जनवरी 2010 को भर्ती हुए थे. सुरेंद्र कुमार की शहादत की सूचना पर पूरे गांव में सन्नाटा पसर गया है. इधर, कलेक्टर ने बताया कि सुरेंद्र कुमार के परिवार के साथ केंद्र और राज्य सरकार खड़ी है. सुरेंद्र कुमार की शहादत का पूरे जिले को दुख है.
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