विज्ञापन

Rajasthan: कांस्टेबल पिता की मौत के बाद 3 साल तक पेंशन उठाता रहा बेटा, बैंक में जमा किए फर्जी सर्टिफिकेट, ऐसे हुआ भंडाफोड़

Pension Scam: झुंझुनूं पुलिस ने मृत पिता की पेंशन तीन साल तक फर्जी जिंदा सर्टिफिकेट से निकालने वाले बेटे प्रदीप को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी ने करीब 8.20 लाख रुपये की धोखाधड़ी की. पढ़ें रविंद्र चौधरी की रिपोर्ट.

Rajasthan: कांस्टेबल पिता की मौत के बाद 3 साल तक पेंशन उठाता रहा बेटा, बैंक में जमा किए फर्जी सर्टिफिकेट, ऐसे हुआ भंडाफोड़
पिता की मौत 3 साल तक छिपाई! 'फर्जी जिंदा सर्टिफिकेट' बनाकर 8 लाख से ज्यादा पेंशन हड़पी, झुंझुनूं पुलिस ने दबोचा धोखेबाज बेटा
NDTV Reporter

Rajasthan News: सरकारी पैसे को हड़पने के लिए लोग किस हद तक जा सकते हैं, इसकी एक चौंकाने वाली कहानी राजस्थान के झुंझुनूं जिले से सामने आई है. यहां पुलिस ने एक ऐसे बेटे को गिरफ्तार किया है, जिसने अपने मृत पिता की पेंशन राशि को तीन साल तक लगातार उठाया. यह बेटा कोई छोटा-मोटा फ्रॉड नहीं कर रहा था, बल्कि फर्जी जिंदा सर्टिफिकेट बनाकर सरकारी खजाने को करीब 8 लाख 20 हजार रुपये का चूना लगा रहा था.

मौत 2021 में हुई, पेंशन चलती रही 3 साल

मामला झुंझुनूं के पचेरीकलां पुलिस थाना क्षेत्र का है. कहानी शुरू होती है साल 2021 से. राजस्थान पुलिस में कांस्टेबल के पद पर तैनात भगवान सिंह का निधन 24 सितंबर 2021 को हो गया था. कायदे से, उनकी मृत्यु के बाद उनकी पेंशन बंद हो जानी चाहिए थी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं. आरोप है कि भगवान सिंह के बेटे प्रदीप ने अपने पिता की मौत की खबर को छिपाया और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) की पचेरीकलां शाखा में लगातार फर्जी कागजात पेश करता रहा. इसी फर्जीवाड़े के दम पर प्रदीप करीब 3 साल तक मृत पिता के नाम से चल रहे फर्जी पेंशन खाते से सरकारी राशि हड़पता रहा.

कुल मिलाकर, आरोपी प्रदीप ने 8 लाख 20 हजार 738 रुपये की भारी भरकम राशि को धोखाधड़ी करके अपने पास रख लिया.

बैंक और ट्रेजरी रिकॉर्ड ने खोली पोल

इस बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा तब हुआ, जब महेंद्रगढ़ (हरियाणा) निवासी राहुल ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. राहुल ने आरोप लगाया कि उनके पिता (आरक्षी भगवान सिंह) की मौत के बाद भी उनके पुत्र प्रदीप ने गलत तरीके से पेंशन लेना जारी रखा. शिकायत मिलते ही पचेरीकलां पुलिस तुरंत हरकत में आई. पुलिस ने इस मामले की तह तक जाने के लिए बैंक और ट्रेजरी बुहाना से सभी रिकॉर्ड मंगवाए. जांच में साफ हो गया कि आरक्षी भगवान सिंह की मृत्यु के बाद भी उनके बेटे प्रदीप ने फर्जी दस्तावेज पेश किए थे. पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि यह एक गंभीर धोखाधड़ी है, जिसमें बैंक अधिकारियों की मिलीभगत की भी आशंका है, जिसकी जांच जारी है.

जुर्म कबूल, पुलिस जांच में जुटी

पुलिस ने रिकॉर्ड से पोल खुलने के बाद वांछित आरोपी प्रदीप की तलाश शुरू कर दी. टीम ने उसे जल्द ही दस्तयाब कर लिया. पुलिस की सघन पूछताछ में आरोपी प्रदीप ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. उसने बताया कि उसने ही फर्जी जिंदा सर्टिफिकेट बनाकर यह धोखाधड़ी की है. थानाधिकारी ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और अब मामले की गहनता से जांच जारी है. पुलिस अब यह पता लगा रही है कि इस फर्जी पेंशन खाते को इतने सालों तक चालू रखने में बैंक या ट्रेजरी विभाग के किसी कर्मचारी की कोई भूमिका थी या नहीं.

ये भी पढ़ें:- राजस्थान की अंता सीट पर उपचुनाव में कौन होगा कांग्रेस का उम्मीदवार? बारां में रंधावा-डोटासरा कर रहे मंथन

यह VIDEO भी देखें

Rajasthan.NDTV.in पर राजस्थान की ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें. देश और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं. इसके अलावा, मनोरंजन की दुनिया हो, या क्रिकेट का खुमार, लाइफ़स्टाइल टिप्स हों, या अनोखी-अनूठी ऑफ़बीट ख़बरें, सब मिलेगा यहां-ढेरों फोटो स्टोरी और वीडियो के साथ.

फॉलो करे:
Close