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#क्रुणाल_पंड्या_सस्पेंड_करो... सोशल मीडिया पर चल रहे इस ट्रेंड का क्या है मतलब, जानिए पूरा विवाद

सोशल मीडिया मंच एक्स पर इस समय #Krunal_Pandya_Suspend_Karo हैशटैग के साथ हजारों पोस्ट किए जा रहे हैं. आइए जानते हैं क्या है यह पूरा मामला.

#क्रुणाल_पंड्या_सस्पेंड_करो... सोशल मीडिया पर चल रहे इस ट्रेंड का क्या है मतलब, जानिए पूरा विवाद
#Krunal_Pandya_Suspend_Karo: सोशल मीडिया पर चल रहे क्रुणाल पंड्या सस्पेंड करो ट्रेंड की पूरी कहानी.

#Krunal_Pandya_Suspend_Karo: सोशल मीडिया पर इस समय #क्रुणाल_पंड्या_सस्पेंड_करो टॉप ट्रेडिंग में बना है. हजारों लोग इस हैशटैग के साथ अपनी बात लिख रहे हैं. सोशल मीडिया मंच एक्स पर #क्रुणाल_पंड्या_सस्पेंड_करो हैशटैग के साथ अभी तक 17.4K से अधिक पोस्ट हो चुके हैं. लोग क्रुणाल पंड्या को सस्पेंड करने की मांग कर रहे हैं. हालांकि यहां साफ कर दूं कि यह मामला क्रिकेटर क्रुणाल पांड्या से जुड़ा नहीं है. आखिरकार क्या है इस सोशल मीडिया ट्रेंड की घटना, क्यों इस हैशटैग के साथ हजारों ट्वीट हो रहे हैं. आइए जानते हैं इस रिपोर्ट में. 

राजस्थान के डूंगरपुर जिले से जुड़ा मामला

दरअसल यह मामला राजस्थान के डूंगरपुर जिले से जुड़ा है. जहां दोवड़ा थाना क्षेत्र के चितरेटी नरणिया श्मशान घाट के पास बुधवार रात पथराव में कार में बैठी लीलवासा गांव निवासी 21 वर्षीय माही पंचाल गंभीर रूप से घायल हो गई थी. कहा जा रहा है कि पथराव में कार में बैठी एक लड़की के घायल होने के बाद डूंगरपुर के बिछिवाड़ा थाने में तैनात पुलिस कांस्टेबल क्रुणाल पंड्या ने "नक्सलवाद की ओर बढ़ता डूंगरपुर" का स्टेट्स लगाया गया था.


एक पुलिस जवान द्वारा आदिवासी बाहुल्य डूंगरपुर को नक्सलवाद से जोड़ने की बात से आदिवासी समाज गुस्से में है. जिसके बाद आदिवासी संगठनों द्वारा सोशल मीडिया एक्स पर #क्रुणाल_पंड्या_सस्पेंड_करो नंबर वन पर ट्रेंड कर रहा है.

बांसवाड़ा सांसद रोत ने लिखा- पथराव को समाज विशेष ने जोड़ना बंद करें

वहीं बांसवाड़ा डूंगरपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद राजकुमार रोत ने भी सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि "पथराव की घटना पर पुलिस प्रशासन तुरंत एक्शन ले और इस तरह की घटना को किसी पार्टी विशेष या समाज विशेष से जोड़ना बंद करें". इसके अलावा दर्जनों आदिवासी नेताओं, विधायकों और आदिवासी संगठनों ने राज्य सरकार और पुलिस विभाग से उक्त कर्मचारी को निलंबित करने की मांग की जा रही है.

4 जुलाई को डूंगरपुर के एक गांव में कार पर हुआ था पथराव

उल्लेखनीय है कि 4 जुलाई को असामाजिक तत्वों ने एक के बाद करीब 4 वाहनों पर पथराव कर वाहनों के कांच फोड़ दिए. बदमाशों ने माही पंचाल के परिवार की कार को रोकने के लिए अंधाधुंध पत्थर मारना शुरू किया था. जिस जगह पर पथराव किया है, वहां पर पहली बार पथराव की घटना सामने आई है. जानकारी मिलते ही दोवड़ा पुलिस ने तुरंत नाकाबंदी कर, मुखबिर तंत्र को सक्रिय कर बदमाशों की तलाश शुरू की. 

पीड़ित माही के परिजनों ने दोवड़ा पुलिस को रिपोर्ट दी है. दोवड़ा थानाधिकारी मदनलाल ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही रात को दो टीम बना कर संदिग्धों की तलाश शुरू कर दी थी और इस मामले दो बाल अपचारियों सहित चार को डिटेन किया है. 

कांस्टेबल ने कहा- मैंने ऐसा कोई स्टेट्स नहीं लगाया

दूसरी ओर इस घटना पर डूंगरपुर के बिछिवाड़ा थाने में तैनात पुलिस कांस्टेबल क्रुणाल पंड्या का कहना है कि मैंने डूंगरपुर को नक्सलवाद से जोड़ने वाला कोई स्टे्टस नहीं लगाया है. आप मेरा मोबाइल चेक कर सकते हैं. सिपाही क्रुणाल पंड्या ने कहा कि मैंने चितरेटी पथराव की घटना पर केवल इतना लिखा था कि ये किस ओर जा रहा है डू्ंगरपुर. कांस्टेबल क्रुणाल पंड्या ने कहा मैं इस मामले में आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करने जा रहा हूं. बताते चले कि सिपाही क्रुणाल पंड्या दोवड़ा थाना क्षेत्र के बस्ती गांव का रहने वाला है.

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