
Health News: लभेर जिसे लसोड़ा भी कहते हैं एक छोटा सा फल है जो स्वाद में मीठा और चिपचिपा होता है. इसका स्वाद पान जैसा होता है जिसकी वजह से दक्षिण गुजरात और राजस्थान में लोग इसे पान की तरह चबाते हैं. इसे इंडियन चेरी के नाम से भी जाना जाता है. यह फल न सिर्फ स्वादिष्ट है बल्कि सेहत के लिए भी कमाल का है.
आयुर्वेद में लभेर की महिमा
आयुर्वेद में लभेर को औषधि माना जाता है. जुलाई 2020 में रिसर्च गेट के एक अध्ययन ने बताया कि यह फल सूजन कम करता है लिवर को स्वस्थ रखता है और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है. यह कफ और पित्त को संतुलित करने में भी मदद करता है. लभेर की दो मुख्य प्रजातियां लमेड़ा और लसोड़ा हैं जो छोटे और बड़े आकार में मिलती हैं.
सेहत का खजाना
लभेर में कैल्शियम और फास्फोरस भरपूर होता है जो हड्डियों को मजबूत बनाता है. यह फल शरीर में ताकत और ऊर्जा बढ़ाता है खून की कमी दूर करता है और दिमाग को तेज करता है. हालांकि इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूरी है.
लसोड़े की लकड़ी का कमाल
लसोड़े का पेड़ बड़ा होता है और इसके पत्ते चिकने होते हैं. इसकी लकड़ी चिकनी और मजबूत होती है जिससे इमारती तख्ते बनते हैं. बंदूक के कुंदे और कई उपयोगी चीजें भी इसी लकड़ी से बनाई जाती हैं.
लभेर का नया
यह पौष्टिक फल अपने अनोखे स्वाद और गुणों के लिए मशहूर है. गर्मियों में यह फल बाजार में आसानी से मिल जाता है. लभेर न सिर्फ सेहत को फायदा पहुंचाता है बल्कि स्वाद में भी लाजवाब है. तो अगली बार इस इंडियन चेरी का स्वाद जरूर चखें और इसके फायदों को अपनाएं.
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