राजस्थान के बाड़मेर में एक मजदूर 50 फीट गहरे कुएं में मिट्टी में दब गया है. उसे निकालने के लिए करीब 24 घंटे से तक रेस्क्यू ऑपरेशन चला. रविवार शाम 24 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद युवक की लाश को निकाला जा सका. मिली जानकारी के अनुसार बाड़मेर में एक निर्माणधीन कृषि कुआं ढह गया. जिससे एक मजदूर 50 फीट की गहराई में रेत और कुएं के मलबे में दब गया. घटना के बाद आसपास के लोगों ने युवक को बचाने के प्रयास किए लेकिन रेत अधिक गहरी होने के चलते सफल नहीं हो पाएं. स्थानीय लोगों के अनुसार युवक की मौत हो गई. अब उसकी लाश को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है. जिसमें 6 जेसीबी, 10 टैक्ट्रर सहित सैकड़ों लोग लगे थे. यह घटना बाड़मेर जिले के सदर थानातर्गत अणदे का तला जाखड़ो की ढाणी सनावड़ा की है.
सूचना के बाद जिला प्रशासन भी मौके पर पहुंचा और युवक के शव के शव को बाहर निकालने प्रयास शुरू किए. घटना के 24 घंटे बाद शव को बाहर निकाला जा सका. रेस्क्यू ऑपरेशन में आधा दर्जन छोटे बुलडोजर 10 ट्रैक्टर कुएं के आसपास रेत खोदकर मजदूर के शव को बाहर निकालने के अभियान में लगे थे.
2 फर्में भरकर तीसरे के लालच में गंवाई जान
बताया गया कि जाखड़ो की ढाणी के गांव अणदे का तला गांव में एक खेत में कुआं खुदाई का काम चल रहा था. इस दौरान मृतक देवाराम पुत्र चुतरा राम जाट अपने भाई व खेत मालिक के साथ काम कर रहा था. सुबह से शाम 4 बजे तक 2 फर्मे भर लिए थे और तीसरे का लालच में ऊपर लगे दोनों फर्मों को खोल दिया. ऊपर कंक्रीट के फर्में सूखे नहीं थे और रेत के दबाव में ढह गए.
जिसमें देवाराम कंक्रीट और बालू रेत ढहने से सिर के 2 फीट ऊपर तक रेत आ गई जिसके बाद बाहर खड़े मृतक के भाई व खेत मालिक ने रस्सी खींचकर बाहर निकालने के प्रयास किए लेकिन सफल नहीं हो पाएं. जिसके बाद प्रशासन को सूचना दी गई.
2 घंटे बाद प्रशासन पहुंचा मौके पर
ग्रामीणों द्वारा युवक के कुएं में दबने की सूचना देने के करीब दो घंटे बाद बाड़मेर तहसीलदार उपखंड अधिकारी और सदर थाना पुलिस मौके पहुंची लेकिन तब तक मजदूर की मौत हो चुकी थी. जिला प्रशासन ने सिविल डिफेंस की टीम के साथ शव को बाहर निकालने के प्रयास शुरू किए. लेकिन कामयाबी नहीं मिलती देख बीएसएफ की टीम और 10 जेसीबी हिटाची मशीनों दर्जन भर ट्रैक्टर के साथ आसपास को मिट्टी खोदकर युवक के शव को बाहर निकालने प्रयास शुरू किए लेकिन आसपास की बालू रेत सरकने से 18 घंटे से भी ज्यादा समय तक मशक्कत करने के बाद भी कामयाबी नहीं मिली है.
घर का इकलौता कमाने वाला था देवाराम
परिजनों के अनुसार मृतक देवाराम के तीन बेटियां और दो बेटे हैं. घर की आर्थिक स्थिति खराब है. वह परिवार में कमाने वाला अकेला था. ऐसे में इस हादसे में देवाराम की मौत के बाद परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है. घटना की जानकारी मिलने के बाद बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन चौहटन प्रधान रुपाराम सारण भाजपा नेत्री प्रियंका चौधरी सहित कई नेता भी मौके पर पहुंचे और मृतक के परिजनों को ढांढस बंधाया.
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