Lok Sabha Election 2024: राजस्थान के झुंझुनूं लोकसभा क्षेत्र के लिए आगामी 19 अप्रैल को मतदान होगा, जिसके लिए पुलिस ने व्यापक और पुख्ता बंदोबस्त करने का मास्टर प्लान तैयार कर लिया है. मतदान में अब महज 4 दिन शेष हैं. ऐसे में हरियाणा बॉर्डर को मतदान से 48 घंटे पहले पूरी तरह से सील कर दिया जाएगा.
हरियाणा में 25 मई और राजस्थान में 19 अप्रैल को है मतदान
जिला एसपी राजर्षि राज वर्मा ने बताया कि हरियाणा में 25 मई को चुनाव है, जबकि राजस्थान के झुंझुनूं में 19 अप्रैल को पहले चरण का चुनाव होना है, इसलिए झुंझुनूं पुलिस के अलावा झुंझुनूं आया अतिरिक्त जाब्ता मतदान बूथों को संभालने में व्यस्त हो जाएगा. इसलिए इस बार हरियाणा पुलिस के साथ कॉर्डिनेट कर साइलेंस पीरियड का प्लान तैयार किया गया है.
हरियाणा-राजस्थान बॉर्डर पर अतिरिक्त जाब्ता लगाकर होगी निगरानी
हरियाणा-राजस्थान बॉर्डर पर अतिरिक्त जाब्ता लगाकर आवाजाही पर झुंझुनूं पुलिस के साथ सहयोग देगी. मतदान से 48 घंटे पहले से लेकर मतदान समाप्त होने तक झुंझुनूं लोकसभा क्षेत्र के लोगों के अलावा अन्य इलाकों के लोगों की आवाजाही पर पूर्णतया रोक रहेगी. जरूरी और अतिआवश्यक कार्य के लिए दूसरे इलाकों के लोगों को प्रवेश दिया जाएगा.
बूथों पर होगी 5200 से अधिक पुलिस अधिकारियों- कर्मचारियों की तैनाती
झुंझुनूं एसपी ने बताया कि इस बार 5200 से अधिक पुलिस अधिकारी और पुलिस कर्मचारियों को बूथों पर लगाया जाएगा. हर विधानसभा क्षेत्र में कानून व्यवस्था का सुपरविजन करने के लिए एक एएसपी और तीन डीएसपी व सीआई स्तर के अधिकारियों की टीम होगी. यही नहीं, हर विधानसभा क्षेत्र के लिए 10 मोबाइल पार्टी और तीन क्यूआरटी टीम होगी.
10 मोबाइल पार्टी और 3 क्यूआरटी टीम हथियारों से लैस होगी
जाब्ता में तैनात की गईं क्यूआरटी टीम हथियारों से लैस होगी. झुंझुनूं लोकसभा क्षेत्र में 333 मतदान केंद्रों को चिह्नित किया गया है, जहां पर सामान्य पुलिस जाब्ते के अलावा हथियारों के साथ अतिरिक्त पुलिस जाब्ता होगी. वहीं,1100 जिला पुलिस के जवान, 2000 दूसरे पुलिस के जवान तथा नौ सीएपीएफ और तीन आरएसी की कंपनियां झुंझुनूं में तैनात होगी.
मतदान के दिन स्ट्रॉन्ग रूम को भी त्रि स्तरीय सुरक्षा में ले लिया गया है
मतदान के दिन स्ट्रॉन्ग रूम को त्रि स्तरीय सुरक्षा में ले लिया गया है. वहीं, कानून व्यवस्था के अलावा पुलिस आमजन को वोटर हेल्पलाइन और सिविजिल एप के बारे में भी जागरूक करेगी. इसका मकसद यह है कि चुनाव के दौरान हुई किसी आपत्तिजनक घटना की सूचना आसानी से फॉरवर्ड हो सके.
आचार संहिता का उल्लंघन को रोकने के लिए किया है विशेष इंतजाम
चुनाव में आचार संहित के उल्लंघन को रोकने के लिए अब तक 1750 व्यक्तियों को बीट कांस्टेबलों द्वारा सुरक्षा सखी, सीएलजी सदस्यों, पुलिस मित्रों से समन्वय कर सीविजिल एप डाउनलोड करवा दिया गया है. ताकि कहीं पर भी आचार संहिता का उल्लंघन मिले, तो हर व्यक्ति आसानी से शिकायत कर सके.
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