Kota IIT Student Murder Case: कोटा में 2 दिन पूर्व हुई कोचिंग छात्र सत्यवीर की हत्या मामले में कोटा पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जबकि चार अन्य को भी हत्या का आरोपी मानते हुए डिटेन किया है. कोटा सिटी एसपी शरद चौधरी ने बताया कि जवाहर नगर थाना क्षेत्र के इन्द्रा विहार में सोमवार शाम को कोचिंग छात्र के साथ मारपीट के बाद इलाज के दौरान मौत हो गई थी. इस मामले की जांच के लिए संजय गुप्ता अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के निर्देशन व भवानी सिंह वृत्ताधिकारी वृत्त प्रथम के निकट सुपरविजन में थानाधिकारी वासुदेव सिंह पुलिस निरीक्षक के नेतृत्व में टीम गठित की गई थी.
टीम द्वारा हत्या के आरोपी आदित्य उर्फ मैनेजर बृजेश उपाध्याय उर्फ लव कुमार, साकेत कुमार राज उर्फ सत्यम को गिरफ्तार और 4 नाबालिगों को डिटेन किया गया है. हत्या के मामले में पकड़े गए मुख्य आरोपियों में से दो आरोपी बृजेश और साकेत बिहार के रहने वाले हैं. जबकि तीसरा आरोपी मध्य प्रदेश का निवासी है जो फिलहाल कोटा में ही रह रहा था.
चाय पीने के दौरान ही हुआ था हमला
एसपी शरद चौधरी ने बताया कि मृतक कोचिंग छात्र कक्षा 11वीं का छात्र था, जो पिछले 18 माह से कोटा में रहकर पढ़ाई कर रहा था. 11 दिसम्बर 2023 को इन्द्रा विहार में अपने दोस्तों के साथ बैठकर चाय पीने गया था. उसी दौरान पुरानी कहासुनी को लेकर कुछ युवकों द्वारा मारपीट की गई. जिसके बाद इलाज के दौरान उसकी मौत न्यू मेडिकल कॉलेज कोटा में हो गई. वारदात के बाद पुलिस ने धारा 147, 148, 149, 302 भा.द.सं. में प्रकरण दर्ज किया गया था.
पुरानी रंजिश में सत्यवीर की पिटाई
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय गुप्ता ने बताया कि मृतक कोचिंग छात्र व उसके साथ पढ़ने वालों कुछ छात्रों के बीच पूर्व में किसी बात को लेकर कहासुनी हुई थी, इसी कारण रंजिशवश कुछ छात्रों द्वारा कोचिंग छात्र से मारपीट की गई. मृतक कोचिंग छात्र का पोस्टमार्टम कर परिजनों को शव सुपुर्द कर दी गई है. 3 अभियुक्त आदित्य उर्फ मैनेजर, बृजेश उपाध्याय उर्फ लव कुमार, साकेत कुमार राज उर्फ सत्यम को गिरफ्तार किया गया है. जिनसे थानाधिकारी जवाहर नगर व उनकी टीम द्वारा गहन पूछताछ जारी है.
बीटी गैंग के फिर से सक्रिय होने की आशंका
वहीं इस घटना के बाद कोचिंग सिटी में बीटी गैंग के फिर से सक्रिय होने की आशंका हो रही है. दरअसल कोटा में कुछ साल पहले बिहार से कोचिंग करने आने वाले स्टूडेंट्स ने बिहार टाइगर नाम से एक गैंग बनाया था. जो बिहार के स्टूडेंट के साथ किसी भी तरह की घटना हो जाने पर इकट्ठे होकर आपराधिक वारदात को अंजाम देते थे. कोटा पुलिस ने पिछले सालों में इस गैंग पर नजर रखते हुए बिहार टाइगर्स गैंग को लगभग खत्म कर दिया था.
लेकिन उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के छात्र सत्यवीर की हत्या मामले में बिहार के दो मुख्य अभियुक्त सामने आए हैं. ऐसे में एक बार फिर कोटा पुलिस बीटी गैंग की सक्रियता पर भी जांच का दायरा आगे बढ़ा रही है. फिलहाल पुलिस इस मामले में कुछ भी कहने से इनकार कर रही है लेकिन अगर कोटा में बिहार टाइगर्स गैंग एक बार फिर सक्रिय हो गया तो पुलिस के लिए यह बड़ी चुनौती होगी.
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