
Jodhpur News: जोधपुर में इस बार नए साल के जश्न में जहां पुलिस विभाग ने पहली बार अनोखी पहल करते हुए शराब की बजाय दूध से नव वर्ष मनाने की अपील की थी. इसके बावजूद भी जोधपुर में इस बार नए साल पर 17 करोड़ के करीब की शराब बिक्री हुई है जो पिछले वर्ष के नए साल की तुलना में 3 करोड़ अधिक है. यह आंकड़े जोधपुर जिला आबकारी विभाग के अधीन आने वाले 6 सर्कल पर दर्ज किए गए है,जहां अगर इसमें जिला आबकारी विभाग के जोधपुर पश्चिम सर्कल की बात करें तो अकेले इसी सर्कल में 25 दिसंबर से 31 दिसंबर के बीच सर्वाधिक 4 करोड़ 17 लाख से अधिक की शराब बिकी है. जिला आबकारी विभाग के मुताबिक शराब डिपो से ठेकेदार जो शराब खरीदते हैं आबकारी विभाग उसी के आधार पर नए आंकड़े जारी करता है.
जोधपुर के जिला आबकारी अधिकारी सुरेंद्र सिंह पुरोहित ने बताया कि आबकारी विभाग के पास शराब बिक्री का सारा रिकॉर्ड होता है. जिस पर रेवेन्यू विभाग नजर रखता है. उन्होंने बताया की शराब कितनी जायेगी उसका एक टारगेट होता है. अगर शराब ठेकेदार उसे पूरा नहीं करते तो उन पर कार्रवाई होती है.
इसी लिए कई ठेकेदार उस टारगेट को पूरा करने करने के लिए ज़्यादा माल उठाते हैं. उन्होंने बताया कि,1 अप्रैल से 20 दिसंबर तक 465 करोड़ की लिफ्टिंग (शराब ठेकेदार जो शराब लेते हैं) होनी चाहिए थी, हालांकि यह 413 करोड़ तक ही हो पाई जो कि 11 फीसद की कमी थी.
वहीं आखिरी तिमाही की बात की जाए तो गारंटी 157 करोड़ की थी, लेकिन 121 करोड़ की गारंटी पूरी हो पाई लेकिन नए साल पर यह पूरी हो गई. साल के आखिरी दिनों में 17 करोड़ रुपए की शराब बिकी, जबकि पिछले साल इन्हीं दिनों में यह आंकड़ा 14 करोड़ का था.