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4 दिन पहले एक्स्ट्रा कोच लगाने की घोषणा कर यात्रियों को दिए टिकट, लेकिन कोच लगाना भूल गया रेलवे, भारी हंगामा

यात्रियों की भारी भीड़ को देखते हुए रेलवे ने 4 दिन पहले ही एक ट्रेन में अतिरिक्त कोच लगाने की घोषणा की थी. फिर इस कोच के ट्रेनों की बुकिंग भी हुई. लेकिन यात्रा के दिन उस ट्रेन में रेलवे अतिरिक्त कोच लगाना भूल गया. इससे सैकड़ों यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा.

4 दिन पहले एक्स्ट्रा कोच लगाने की घोषणा कर यात्रियों को दिए टिकट, लेकिन कोच लगाना भूल गया रेलवे, भारी हंगामा
जोधपुर से दादर जाने वाली ट्रेन, जिसमें घोषणा के बाद भी अतिरिक्त कोच लगाना भूल गया रेलवे.

Railway forgot to install coach: रेलवे ने 4 दिन पहले ट्रेन में अतिरिक्त कोच लगाने की घोषणा की थी. इस घोषणा के बाद  कई यात्रियों ने अतिरिक्त कोच के लिए टिकट भी कटवा लिया. लेकिन यात्रा के लिए जब लोग स्टेशन पर पहुंचे तो पता चला कि जिस कोच का उन्होंने टिकट ले रखा है वह ट्रेन में है ही नहीं. काफी भागदौड़ करने के बाद भी जब यात्रियों को वह कोच नहीं मिला तो फिर भारी हंगामा हो गया. यात्रियों के हंगामे पर रेल अधिकारियों की नींद खुली तो फिर मामले में लीपापोती करते हुए अधिकारियों ने कहा कि तकनीकी कारणों से अतिरिक्त कोच नहीं लगाई गई. अहमदाबाद में अतिरिक्त कोच लगाई जाएगी. इस बीच पूरे सफर यात्री परेशान होते रहे. रेलवे की भारी लापरवाही का यह मामला राजस्थान के जोधपुर से सामने आया है. जहां जोधपुर से दादर जाने वाली ट्रेन ट्रेन संख्या 14807 जोधपुर-दादर में रेलवे स्लीपर क्लास का अतिरिक्त कोच लगाना ही भूल गया. 

दूसरी बोगियों में खड़े होकर की यात्रा

ट्रेन शुक्रवार सुबह 5:05 बजे रवाना होनी थी. यात्री इससे पहले प्लेटफार्म पर पंहुचे तो उन्हें ट्रेन में अपना कोच एसई-1 नजर ही नहीं आया. इधर ट्रेन चलने का टाइम हो रहा था तो उधर यात्री इंजन से लेकर गार्ड की बोगी तक अपने कोच को ढूंढने के लिए भाग रहे थे. प्लेटफार्म पर टीटीई से पूछताछ करने पर पता चला कि कोच तो लगा ही नहीं है. यात्री रेलवे से शिकायत करते रहे, ट्रेन चल पड़ी. दूसरी बोगियों में खड़े रहकर सफर करना पड़ा.

रेलवे का जबाव- तकनीकी खराबी के कारण नहीं लगी बोगी

एक यात्री की शिकायत पर रेलवे की ओर से जवाब दिया गया कि इस कोच में तकनीकी खराबी होने के कारण इसे हटाया गया. हकीकत यह है कि रेलवे ने 30 जनवरी को नोटिफिकेशन जारी कर रिजर्वेशन सिस्टम में फीड कर दिया और यात्रियों को टिकट भी बांट दिए, लेकिन कैरेज एंड वैगन विभाग ने ट्रेन में यह कोच जोड़ा ही नहीं.

जानिए क्या है पूरा माजरा

दरअसल, हुआ यूं कि ट्रेन संख्या 14807 जोधपुर-दादर में यात्रियों की भीड़ को देखते हुए उत्तर-पश्चिम मुख्यालय से नॉटिफिकेशन जारी हुआ कि गाड़ी संख्या 14807/14808, जोधपुर-दादर रेलसेवा में जोधपुर से 2 से 27 फरवरी तक एवं दादर से दिनांक 03 से 28 फरवरी तक 01 द्वितीय शयनयान श्रेणी डिब्बे की अस्थाई बढ़ोतरी की जाएगी. यह कोच एसई-1 के नाम से रेलवे के सिस्टम में चढ़ गया. इसी कोच में कंफर्म टिकट लेकर यात्री शुक्रवार तड़के टिकट हाथ में लेकर प्लेटफार्म पर पहुंचे थे. लेकिन वो तब पशोपेश में पड़ गए कि जब ट्रेन में उनका कोच ही नहीं दिखा. 

यात्री बोले-  खड़े-खड़े करना पड़ा पूरा सफर

एक यात्री पवन ने बताया कि रिजर्वेशन करवाने पर उसे एसई-1 में 46 नंबर सीट आवंटित की गई थी. वे पूरी ट्रेन का चक्कर लगा कर आ गए लेकिन कोच नहीं मिला. उन्हें जोधपुर से अहमदाबाद तक इधर-उधर खड़े रहकर अपनी यात्रा करनी पड़ी. इसी ट्रेन में रानीवाड़ा से बोरीवली जा रहे यात्री नरेन्द्र ने भी अपनी शिकायत दर्ज करवाई. शिकायत में उसने बताया कि उसकी एसई-1 में 19 नंबर सीट थी. जब ट्रेन रानीवाड़ा पहुंची तो कोच ही नहीं मिला. टीटीई से पूछने पर बताया गया कि कोच लगाना भूल गए.

धीरज प्रजापत नामक एक यात्री ने शिकायत दर्ज करवाई कि उसकी पत्नी जालोर से अहमदाबाद इस ट्रेन में जा रही थी. उसे भी ट्रेन में एसई-1 कोच नहीं होने के कारण यात्रा में दिक्कत हुई.

यात्रियों शिकायत पर रेलवे ने दिया झूठा जवाब

यात्री भोपाल सिंह ने रेलवे से शिकायत की कि उनकी तीन सीट 35,37,38 जोधपुर से रानीवाडा के लिए कन्फर्म हो रखी है लेकिन गाड़ी में उनका कोच ही नहीं है. उन्होंने सोशल मीडिया पर इसको लेकर अपने साथ दूसरे यात्रियों की पीड़ा जाहिर करते हुए शिकायत की. शिकायत पर मंडल रेल प्रबंधक की ओर से निर्देश जारी हुए कि मामले को देखा जाए. इस पर वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक के सोशल मीडिया अकाउंट से यात्री को कहा गया कि एसई-1 कोच आखिरी समय में सिक हो गया था. ट्रेन के सुरक्षित संचालन के लिए उसे हटाना पड़ा। अहमदाबाद तक कोच की व्यवस्था कर दी जाएगी.

जोधपुर से दादर जाने वाली ट्रेन में अतिरिक्त कोच नहीं लगाने पर रेलवे की ओर से दिया गया जवाब.

जोधपुर से दादर जाने वाली ट्रेन में अतिरिक्त कोच नहीं लगाने पर रेलवे की ओर से दिया गया जवाब.

कैरेज एंड वैगन विभाग से हुई चूक

रेलवे के कायदे के हिसाब से जब भी किसी ट्रेन में कोच जोड़ा जाता है कि उसके लिए नोटिफिकेशन जारी होने के साथ ही सभी संबंधित विभागों को इसकी सूचना दी जाती है. वाणिज्यिक विभाग अपने सिस्टम में इसे दर्ज कर टिकट जारी करता है तो कैरेज एंड वैगन विभाग को कोच की व्यवस्था कर ट्रेन के रैक में जोड़ना होता है. ट्रेन में किस श्रेणी के कितने कोच है, इसकी जानकारी ट्रेन संचालन से जुड़े हर विभाग के पास उपलब्ध रहती है. कैरेज एंड वैगन विभाग कोच जोड़ना भूल गया, यह सबसे बड़ी गलती तो है ही, इसके अलावा दूसरे विभागों ने भी इसमें कोताही बरती है जिसका खामियाजा यात्रियों को भुगतना पड़ा.

यह भी पढ़ें -  जयपुर और जोधपुर के रेल यात्री कृपया ध्यान दें, फरवरी में 17 दिन रद्द रहेगी यह ट्रेन!
 

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