Rajasthan News: फर्जी डिग्रियों के आधार पर स्कूल लेक्चरर भर्ती परीक्षा (School Lecturer Recruitment Exam 2022) की मेरिट में आने वाली दो लड़कियों में से एक कमला कुमारी बिश्नोई (Kamala Kumari Bishnoi) के सगे भाई को एसओजी ने गुरुवार शाम गिरफ्तार कर लिया. आरोप है कि सरकारी शिक्षक होने के चलते दलपत सिंह ने ही अपनी बहन को फर्जी डिग्रियां उपलब्ध कराई थीं. इसके बाद दोनों लड़कियों को माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया गया, जहां कोर्ट के आदेश से एसओजी ने दोनों को 7 दिन की पुलिस रिमांड पर ले लिया.
लिस्ट बना रही एसओजी
अब एसओजी इस मामले को परत दर परत खोलने में लग गई है. एसओजी के एडिशनल एसपी मुकेश सोनी ने बताया कि दोनों लड़कियों के रिश्तेदारों के साथ फर्जी डिग्री जारी करने वाले चित्तौड़गढ़ के मेवाड़ विश्वविद्यालय को जांच के घेरे में लिया है. अब एसओजी की टीम द्वारा पकड़ी गई दोनों लड़कियों के बयान के आधार पर सांचौर और चित्तौड़गढ़ में इस मामले से जुड़े अन्य आरोपियों की लिस्ट तैयार की जा रही है. गौरतलब है कि अब तक राजस्थान में हुईं अलग-अलग भर्ती परीक्षाओं में पेपर लीक और नकल के प्रकरण में 90 आरोपियों की तलाश SOG कर रही है, जिसमें 71 आरोपी सांचौर के हैं.
7वीं और 38वीं रैंक मिली
राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) के अनुसार, स्कूल लेक्चरर भर्ती परीक्षा 2022 में MA की फर्जी डिग्री लगाकर सांचौर जिले की रहने वाली कमला विश्नोई ने मुख्य परीक्षा के परिणाम में 7वें नंबर पर मेरिट में स्थान प्राप्त किया था. वहीं ब्रह्माकुमारी ने 36वीं रैंक हासिल की थी. पेपर लीक और नकल के मामले में पिछले विधानसभा चुनाव में हार का सामना करने वाली कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में लगातार पेपर लीक और नकल के मामले सामने आए थे, जिसकी जांच बीजेपी की भजनलाल सरकार करवा रही है. ऐसे में सांचौर से ही बड़ी संख्या में इस तरह के प्रकरण आना अपने आप में एक सवाल खड़ा करता है, जिसका जवाब ढूंढने में एसओजी लगी है.
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