
Rajasthan Assembly Elections 2023: राजस्थान में सभी 200 विधानसभा की सीटों पर होने वाले चुनाव की नामांकन प्रक्रिया अब पूरी हो चुकी है, लेकिन प्रदेश में दोनों ही पार्टियों में बागी नेताओं के विरोध के स्वर भी मुखर हो रहे हैं. विधानसभा चुनाव में उम्मीदवारों के ऐलान के साथ ही एक ओर जहां भाजपा व कांग्रेस में बगावत बढ़ने लगी थी, तो दूसरी ओर बागी नेताओं ने निर्दलीय तो कहीं अन्य राजनीतिक दलों का दामन थाम अपना नामांकन दाखिल किया हैं.
CM गहलोत के करीबी ने किया बगावत
अगर बात करें कांग्रेस की तो मुख्यमंत्री गहलोत के गृह जिले जोधपुर में मुख्यमंत्री के करीबी माने जाने वाले पूर्व महापौर रामेश्वर दधीच बागी रूख अख्तियार करते हुए निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में सूरसागर विधानसभा क्षेत्र से नामांकन दाखिल किया. वहीं, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता व सीएम के करीबियों में सुनील परिहार ने भी बाड़मेर की सिवाना सीट से अपना टिकट कटने पर नाराजगी जाहिर करते हुए निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया.
कैलाश मेघवाल शाहपुरा से लड़ेंगे निर्दलीय
दूसरी ओर भाजपा में भी कुछ इसी तरह की तस्वीर दिखी.पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के सबसे खास माने जाने वाले पूर्व मंत्री यूनुस खान ने भाजपा छोड़ और डीडवाना से निर्दलीय पर्चा दाखिल किया. वहीं, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष व भाजपा नेता कैलाश मेघवाल ने भी शाहपुरा से टिकट कटने पर नाराजगी जाहिर करते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ने मैदान में आ डटे है. बाड़मेर की शिव विधानसभा सीट से जहां खंगारसिंह सोढ़ा, जालमसिंह रावलोत व रविन्द्र भाटी ने पर्चा दाखिल किया है, तो राजसमंद में विधायक प्रीति माहेश्वरी के खिलाफ बागी चोर नेता भी चुनौती देने चुनावी मैदान में आ गए है.
बगावत पर उतरीं अनिता गुर्जर
नदबई में अनिता गुर्जर बगावत पर उतर आई हैं. शिव से टिकट नहीं मिलने पर फतेह खान व ओमप्रकाश जानी के बागी तेवर थम नही रहे थे और अब सिवाना सीट पर कांग्रेस के दावेदार सुनील परिहार के बगावती स्वर मुखर हो गए हैं. भाजपा पिछले दो चुनाव में भाजपा जिस फलोदी सीट पर काबिज है. वहां से टिकट कटने से महेश व्यास व कुभसिंह चंपावत ने भी बगावत के स्वर मुखर कर दिए है. वहीं, लंबे समय से टिकट की दावेदारी करने वाले भाजपा व कांग्रेस के नेताओं को टिकट नहीं देने का आलाकमान का फैसला गले नहीं उतर रहा है.
वीडियों जारी कर दिखाए बगावती तेवर
वसुंधरा सरकार में पूर्व मंत्री रहे यूनुस खान को भी टिकट नहीं देने पर यूनुस खान ने वीडियों जारी कर बगावती तेवर दिखाते हुए भाजपा छोड़ कर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल किया. जहां इसी फलोदी विधानसभा क्षेत्र में टिकट दावेदार भाजपा नेता महिपाल भादू ने भी बगावत कर चार बार विधायक रहे पब्बाराम विश्नोई के खिलाफ स्वर मुखर कर दिए हैं. सिवाना से टिकट पाने की उम्मीद पाले सुनील परिहार ने आलाकमान को जहां पूर्व में 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया था. उसका कोई असर नहीं होने पर उन्होंने सोमवार को पर्चा दाखिल किया.
9 को होगी नाम वापसी की प्रक्रिया
इसी प्रकार बाड़ी से कांग्रेस के विधायक रहे गिर्राज मलिंगा के समर्थकों ने भी बाड़ी में कांग्रेस कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया था. उसके बाद मलिंगा को दिल्ली में बीजेपी के केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी के आवास पर दिखाई दिए थे. भाजपा ने उन्हें टिकट देकर चुनावी मैदान में उतार दिया.
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