
Rajasthan News: अलवर में बुधवार को दो कांवड़ियों की करंट लगने से मौत हो गई. यह हादसा कांवड़ यात्रा में शामिल ट्रक के बिजली के तार के चपेट में आने से हुआ है. जानकारी के अनुसार, हादसे में दो कांवड़ियों की मौत के साथ 30 अन्य लोग घायल भी हुए हैं. हादसे के बाद लाइनमैन के खिलाफ एक्शन लिया और मृतक के परिजनों का मुआवजे का ऐलान हुआ है. हादसे की सूचना पर आए वन मंत्री संजय शर्मा ने कहा कि मृतक परिजनों को 10 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाएगा. कांवड़ियों के साथ हुए इस हादसे का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें करंट लगते ही एक के बाद एक कई लोग गिरते चले गए.
नाचते-नाचते गिर गए लोग
हादसे के बाद सामने आए वीडियो में सभी लोग डीजे पर नाचते हुए दिखाई दे रहे हैं. कई भक्त ट्रक के पास चल रहे हैं और अचानक वे ज़मीन पर गिर जाते हैं. महिलाओं सहित कई लोग कुछ ही सेकंड में करंट की चपेट में आ गए और गिर गए. अलवर के बिचगांव में कांवड़ यात्रा के दौरान हुए हादसे में 22 वर्षीय गोपाल और 40 साल के सुरेश प्रजापत की मौत हुई है. वे दोनों बिचगांव के रहने वाले थे.

हादसे में 30 लोग घायल
पुलिस के अनुसार, यह हादसा उस समय हुआ जब कांवड़ियों का एक समूह और कुछ लोग गांव में परिक्रमा लगा रहे थे. समूह में शामिल ट्रक बिजली के लटकते हुए तार की चपेट में आ गया, जिससे श्रद्धालुओं की करंट लगने से गांव के ही दो लोगों की मौत हो गई. इस हादसे में 30 लोग घायल भी हुए हैं. घायलों में से तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है.
5 घंटे तक चला ग्रामीणों का हंगामा
घटना से गुस्साए स्थानीय लोगों ने लक्ष्मणगढ़-मुंडावर मार्ग जाम कर दिया. उन्होंने आरोप लगाया कि बिजली के तार नीचे तक लटक रहे हैं और इसकी शिकायत अधिकारियों से की गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई. एक ग्रामीण ने कहा कि कई बार चेताने के बावजूद विभाग ने कोई कदम नहीं उठाया. सड़क जाम और घटना की जानकारी मिलने पर प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और उनकी ग्रामीणों के साथ बातचीत हुई.

मृतकों के परिजनों को मिलेंगे 10-10 लाख रुपये
हादसे की सूचना मिलते ही वन व पर्यावरण मंत्री संजय शर्मा अस्पताल पहुंचे और घायलों का हालचाल जाना. मंत्री संजय शर्मा ने कहा कि नियम के अनुसार, बिजली के तार की ऊंचाई 18 फिट होनी चाहिए. लेकिन इस घटना के बाद मौके पर तार की ऊंचाई जांच करने के लिए कर्मचारियों को भेजा गया तो तार की ऊंचाई 13 से 14 फिट मिली. वन मंत्री ने आगे कहा कि दोनों मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपए की सहायता अलग-अलग योजनाओं के माध्यम से दी जाएगी.
5-5 लाख देगा बिजली विभाग
साथ ही अन्य सरकारी योजनाओं के माध्यम से भी परिवार को पूरा फायदा व लाभ मिले, इसका प्रयास किया जाएगा. सरकार की तरफ से भी मृतकों के परिजनों को सहायता राशि मिले, इसके लिए भी मुख्यमंत्री से मांग की जाएगी. वहीं, ग्रामीणों से बातचीत के बाद प्रशासन की ओर से कहा गया कि मृतक के परिजनों को 5 लाख रुपए बिजली विभाग की तरफ से मुआवजे के रूप में दिया जाएगा, जबकि 5 लाख रुपए सरकारी योजना में दिया जाएगा.
इसके अलावा पालनहार योजना सहित अन्य सभी सरकारी योजनाओं का भी मृतक के परिजनों को फायदा पहुंचाने की कोशिश की जाएगी. मामले में विद्युत निगम के कर्मचारियों के लापरवाही सामने आई. जिस पर तुरंत कार्रवाई करते हुए जेईएन दिनेश चौधरी व एक लाइनमैंन को सस्पेंड किया गया है. साथ ही एईएन के खिलाफ एक्शन के लिए राज्य सरकार को पत्र लिखा गया है.
यह भी पढे़ं-
कांवड़ियों की मौत पर SDM सख्त, लाइनमैन पर गिरी गाज; मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने का ऐलान