
Rajasthan News: 20 लाख रुपये के रिश्वतकांड में फंसे बीएपी विधायक जय कृष्ण पटेल के खिलाफ बीजेपी ने रविवार को बांसवाड़ा में जोरदार प्रदर्शन किया. इस दौरान भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने ढोल-नगाड़ों और डीजे की गूंज के साथ विरोध मार्च निकाला और विधायक की बर्खास्तगी की मांग को लेकर विधानसभा अध्यक्ष और राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा. प्रदर्शन में पूर्व मंत्री धनसिंह रावत ने तीखा हमला बोलते हुए कहा कि आदिवासियों के नाम पर वोट लेकर सत्ता में आए, क्या वागड़ के अन्य आदिवासी नेता आदिवासी नहीं हैं?
'आदिवासी समाज के साथ विश्वासघात'
उन्होंने कहा कि जनजाति समाज को धोखा देने वालों को अब समाज जवाब देगा. भाजपा जिलाध्यक्ष पुंजालाल गायरी ने आरोप लगाया कि पहले बीटीपी पार्टी में थी, तब अल्पमत में आई कांग्रेस सरकार की रुपए लेकर मदद की थी, फिर लालच में आकर बीएपी पार्टी बनाई और अब शायद एक और पार्टी बनाएंगे. उन्होंने इसे सत्ता और धन के लिए किया गया आदिवासी समाज के साथ विश्वासघात बताया.
विधायक ने पत्नी के नाम से लिया पीएम आवास
पूर्व मंत्री महेन्द्रजीत सिंह मालवीया ने विधायक पर कई गंभीर आरोप लगाए. महेन्द्र सिंह ने कहा, "चुनाव के दौरान खुद को कुंवारा बताकर नामांकन भरा, जबकि बाद में पत्नी डिंपल के नाम से राशन कार्ड के जरिए प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ लिया. उनके पिता जो सरकारी शिक्षक थे, उन्होंने भी पेंशनधारी होते हुए आवास योजना का लाभ लिया."

फर्जी डिग्री से हासिल की सरकारी नौकरी
इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि विधायक ने सिक्किम से फर्जी डिग्री के आधार पर सरकारी नौकरी हासिल की थी. इसके अलावा 20 लाख रुपये के रिश्वतकांड में गिरफ्तार भारत आदिवासी पार्टी (BAP) के विधायक जयकृष्ण पटेल के खिलाफ होर्डिंग्स लगाए गए हैं.
बांसवाड़ा बीजेपी कार्यालय द्वारा लगाई गई होर्डिंग्स में लिखा है, रिश्वतखोर विधायक के खिलाफ जन आंदोलन. इस होर्डिंग्स के फोटो को शेयर करते हुए बांसवाड़ा-डूंगरपुर सांसद राजकुमार रोत ने बीजेपी को घेरने की कोशिश की. उन्होंने इसका विरोध करते हुए कहा कि बांसवाड़ा जिले के भाजपा नेता इतनी नीचता पर आ जाएंगे, कभी कल्पना भी नहीं की थी.
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