Veterinarians Agitation Ends: राजस्थान में पशु चिकित्सकों का आंदोलन समाप्त हो गया है. नॉन प्रैक्टिसिंग एलाउंस की मांग पर राज्य के पशु चिकित्सक बीते 10 दिन से आंदोलनरत थे. गुरुवार को आंदोलनरत पशु चिकित्सकों के प्रतिनिधियों ने जयपुर में सरकार के प्रतिनिधियों से मुलाकात की. जिसमें सरकार की ओर से नॉन प्रैक्टिसिंग एलाउंस दिए जाने पर सहमति का लिखित आश्वासन मिलने के बाद पशु चिकित्सकों ने आंदोलन समाप्त करने की घोषणा की. सरकार की ओर से पशु चिकित्सकों के प्रतिनिधियों को यह आश्वासन दिया गया है कि उनकी मुख्य मांग नॉन प्रैक्टिसिंग एलाउंस (NPA) के संबंध में जल्द की आदेश जारी किया जाएगा. मांग मंजूर होने पर आंदोलनरत चिकित्सकों ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी जताई.
मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद खत्म हुआ आंदोलन
मिली जानकारी के अनुसार पशु चिकित्सक संघ के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. रमेश चौधरी, डॉ. नरेन्द्र हरसाना, कोषाध्यक्ष एवं वेटनरी डाक्टर्स एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. इंद्रजीत सिंह, पुष्पेंद्र कुमार रंगा, महासचिव ने आज सुबह मुख्यमंत्री आवास में मुख्यमंत्री से मुलाकात की. इस दौरान सीएम ऑफिस के कर्मचारी भी मौजूद रहे. बातचीत के बाद एनपीए देने पर सरकार से मंजूरी मिलने के बाद आंदोलन समाप्ति की घोषणा की गई.
मांगें माने जाने पर पशु चिकित्सकों में खुशी की लहर
मांगें माने जाने की खुशी में अजमेर के शास्त्रीनगर स्थित पशुपालन विभाग परिसर में एकत्र पशु चिकित्सकों ने एक-दूसरे को लड्डू खिलाकर बधाई दी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जिंदाबाद के नारे लगाए. इस मौके पर अजमेर संयुक्त पशु चिकित्सक संघ अजमेर के महासचिव डॉ. आलोक खरे ने बताया कि जयपुर में सुबह यूनियन के पदाधिकारियों तथा सरकार के प्रतिनिधियों के बीच सौहार्दपूर्ण वातावरण के बीच हुई. वार्ता में उनकी मुख्य नॉन प्रैक्टिसिंग एलाउंस (NPA) की मांग पर सहमति जताई गई.
शुक्रवार से काम पर लौटेंगे पशु चिकित्सक
बताया गया कि जल्द ही सरकार इस बारे में लिखित आदेश जारी करेगी. शुक्रवार सुबह से समस्त पशु चिकित्सक ड्यूटी पर लौट आएंगे. साथ ही पूरे मनोयोग से पशुपालकों और सरकार के हित में काम करेंगे. आंदोलन समाप्त होने पर अजमेर संयुक्त पशु चिकित्सक संघ अजमेर के महासचिव डॉ आलोक खरे ने एनडीटीवी राजस्थान का धन्यवाद दिया और कहा कि हड़ताल के पहले दिन से ही एनडीटीवी राजस्थान ने राजस्थान के अलग-अलग शहरों से पशु चिकित्सकों की हड़ताल और पशुपालकों की समस्याओं को सरकार के सामने प्रमुखता से रखा.
पशु चिकित्सक संघ के महासचिव ने एनडीटीवी को कहा शुक्रिया
डॉ. आलोक खरे ने आगे कहा कि एनडीटीवी की टीम बधाई की पात्र है, इसी तरह से सामाजिक सरोकार और आम लोगों की बातें सरकार तक पहुंचती रहे ऐसी सभी को आशा है. गौरतलब है कि प्रदेश में सभी पशु-चिकित्सकों के हड़ताल पर होने से पशुचिकित्सा व्यवस्था चरमरा गई थी. गोशालाओं में अनुदान के लिए भौतिक सत्यापन का काम ठप हो गया साथ ही मृत पशुओं के पोस्टमॉर्टम नहीं होने से पशुपालकों को लाखों रुपए का नुकसान हो रहा था.
आंदोलन के कारण चरमरा गई थी व्यवस्था
इतना ही नहीं बल्कि राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना कामधेनु बीमा योजना का कार्य घोषणा होने के बाद आगे नहीं बढ़ पा रही थी. इससे पहले गुरुवार को पशु चिकित्सकों ने विभागीय परिसर में आंदोलन स्थल पर सुबह सुंदरकांड पाठ का आयोजन रखा. इसमें समस्त चिकित्सकों ने भाग लिया। पाठ समापन के साथ ही उन्हें नॉन प्रैक्टिसिंग एलाउंस संबंधी मांग माने जाने की सूचना जयपुर से प्राप्त हई.
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