
Rajendra Rathore Hometown: भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ बुधवार को तीन महीने बाद हनुमानगढ़ स्थित अपने पैतृक घर पहुंचे. उन्होंने घर पर अपनी बीमार मां से हालचाल लिया. साथ ही अन्य परिजनों और बचपन के दोस्तों से भी मुलाकात की. इस दौरान उन्होंंने करणपुर विधानसभा चुनाव को लेकर भी बड़ी बात कही. दरअसल राजेंद्र राठौड़ श्रीकरणपुर विधानसभा से भाजपा उम्मीदवार सुरेंद्र पाल सिंह टीटी के प्रचार अभियान में शामिल होकर वापस चूरू जाते समय हनुमानगढ़ स्थित अपने पैृतक आवास पर रुके थे.
इससे पहले राठौड़ सिंतबर के पहले सप्ताह में अपने पैतृक घर पहुंचे थे. दरअसल विधानसभा चुनाव से पहले 5 सितंबर से भाजपा ने परिवर्तन यात्रा की शुरुआत की थी. हनुमानगढ़ जिले में इस यात्रा की शुरुआत गोगामेड़ी गांव से हुई थी. तब राजेंद्र राठौड़ हनुमानगढ़ के साथ अपने घर पहुंचे थे. इसके बाद चुनाव में व्यस्त होने के कारण वो अब अपने घर पहुंचे.
श्रीकरणपुर में भाजपा की बताई सुनिश्चित जीत
श्रीकरणपुर में 5 जनवरी को होने वाले मतदान से पहले प्रचार अभियान से वापस लौटते समय हनुमानगढ़ में अपने पैतृक निवास पर राठौड़ ने श्रीकरणपुर चुनाव में भाजपा की जीत को सुनिश्चित बताया. राठौड़ ने कहा कि 5 साल तक श्रीकरणपुर की जनता ने लूट और झूठ के शासन को देखा है. आज क्षेत्र का युवा नशे में जकड़ा है. उसी नशे का व्यापार पिछली सरकार की सरपरस्ती में चल रहा था. किसान उजड़ता चला गया है. नौजवान भी बेरोजगारी और पेपर लीक के मुद्दों से त्रस्त था. इसलिए जनता तैयार है. प्रदेश में भाजपा की सरकार को आमजन ने जिन संकल्पों के लिए बनाया है. श्रीकरणपुर की जनता भी उन्हीं की हमराही होना चाहती है.
टीटी को मंत्री बनाने पर कांग्रेस को दिया जवाब
संविधान में स्पष्ट प्रावधान है कि बहुमत से चुनी गई सरकार 6 माह के लिए किसी को भी मंत्रीमंडल में शामिल कर सकती है. भाजपा ने जो भी किया संवैधानिक प्रावधानों के तहत ही किया है. कांग्रेस इस मुद्दे को उठा कर परिणाम से पहले ही अपनी हार स्वीकार कर रही है. कांग्रेस कह रही है कि भाजपा इसलिए जीत रही है क्योंकि भाजपा ने टीटी को पहले ही मंत्री पद पर बैठाया है. मैं समझता हूं कि यह कांग्रेस नैतिक हार है.

राठौड़ ने अपने निवास पर ही बचपन के मित्रों, परिजनों और भाजपा कार्यकर्ताओं से मुलाकात की.
प्रदेश में स्थापित करेंगे कानून का राज
प्रदेश में पिछले पांच वर्ष में अपराध और अपराधी बेकाबू थे. हालांकि कुछ घटनाएं अब भी हुई हैं. सुखदेव सिंह गोगामेडी की हत्या हुई तो वह मामला एनआईए के पास गया. उसका परिणाम ये रहा कि 72 घंटे में ही शार्प शूटर सहित सभी अभियुक्त जेल पहुंच गए.
इसके अलावा प्रदेश में भगोड़े अपराधियों के खिलाफ चलाए गए अभियान के तहत 9,600 भगोड़े जेल पहुंच गए है. राज्य की सरकार को विरासत में जर्जर कानून व्यवस्था मिली है लेकिन इसको ठीक करने के लिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की सरकार संकल्पबद्ध होकर ठोस तरीके से आगे बढ़ रही है. राजस्थान में अब कानून का डर वापस बनेगा और दहशत गर्दी समाप्त होगी. इसी संकल्प के साथ भाजपा सरकार निरंतर आगे बढ़ती जा रही है.
पेपरलीक माफिया के लदे दिन
राठौड़ ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने युवाओं को रोजगार के लिए अपने संकल्प पत्र में ढाई लाख युवाओं को नौकरी देने का वादा किया है. वहीं पेपर लिखकर प्रभावी रोकथाम के लिए टास्क फोर्स का भी गठन कर दिया गया है. हम सिर्फ कानून नहीं बनायेंगे बल्कि उसे अमली जामा पहनाने का भी काम करेंगे. अब पेपरलीक माफिया के दिन लद गए है. अब उनके राजस्थान छोड़ने और जेल में जाने का वक्त आ गया है. वहीं आरएएस की परीक्षा के समय को लेकर चल रही युवाओं की मांग के अनुरूप उनकी मुख्यमंत्री से वार्ता हुई है. जल्दी ही एक दो दिन में निर्णय हो जायेगा.