
प्रदेश के झालावाड़ जिले में सभी 27 परीक्षा केंद्रों पर आरएएस परीक्षा शांतिपूर्वक संपन्न हो गई. परीक्षा में कुल 7822 परीक्षार्थियों में से 73.4% ही परीक्षा केंद्रों तक पहुंचे और परीक्षा दी. वहीं कई ऐसे परीक्षार्थी भी थे जो सरकार की गाइडलाइन के अनुसार परीक्षा केंद्र पर देरी से पहुंचने के कारण परीक्षा नहीं दे पाए. परीक्षा केंद्रों के बाहर गेट पर खड़े कुछ परीक्षार्थी अंदर न आ पाने पर भावुक होकर रोने लगे लेकिन सरकार की सख्त गाइडलाइन का हवाला देकर अधिकारियों ने उनको प्रवेश नहीं देने की मजबूरी बताई.

परीक्षा हॉल में न जा पाने से रोती परीक्षार्थी
झालावाड़ के अतिरिक्त जिला कलेक्टर नरेश मालव ने बताया कि जिले में रविवार को 27 सेंटर पर आरएएस प्री की परीक्षा आयोजित की गई. सुबह 11 बजे से परीक्षा शुरू हुई जिसमें 7822 परीक्षार्थियों को झालावाड और झालरापाटन में केंद्र आवंटित किए थे. परीक्षा के लिए झालरापाटन में 7, झालावाड़ में 20 परीक्षा कंद्र बनाए गए थे. 6 परीक्षा केंद्र पर एक उड़न दस्ता तैनात किया गया था ताकि नकल विहिन परीक्षा सम्पन्न करवाई जा सके. पूरे परीक्षा केंद्रों पर वीडियोग्राफी भी करवाई गई ताकि किसी प्रकार की गड़बड़ी की शिकायत न मिल सके.
नकल करते पकड़े जाने पर कड़ी सजा का प्रावधान
देरी से पहुंचे परीक्षार्थीयों को नहीं मिला प्रवेश
झालावाड़ शहर के परीक्षा केन्द्रों पर निर्धारित समय से देरी से आने पर मौजूद अधिकारियों ने प्रवेश से वंचित कर दिया. ऐसे में झालावाड़ शहर के पीजी कॉलेज में रटलाई, सरोला और झालावाड़ शहर सहित आन्य इलाकों से कुछ परीक्षार्थी 10 बजकर 20 मिनट पर पहुंचे और अंदर जाने के लिए विनती करने लगे. इस पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने भी निर्धारित समय का हवाला देते हुए अंदर जाने से रोक दिया, जबकि 11 बजे से आयोजित होने वाली परीक्षा के लिए 1 घंटे पहले 10 बजे परीक्षा केंद्रो पर पहुंचने की घोषणा प्रशासन द्वारा पहले ही समाचार पत्रों एवं अन्य संचार माध्यमों के द्वारा करवा दी गई थी.
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