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This Article is From Sep 05, 2023

भारत अपने प्राचीन ज्ञान के बूते ही विश्व गुरु बन सकता है... शिक्षक दिवस समारोह में बोले राज्यपाल कलराज मिश्र

मंगलवार को अजमेर स्थित केंद्रीय राजस्थान विश्वविद्यालय में शिक्षक दिवस के मौके पर समारोह आयोजित कर शिक्षकों को सम्मानित किया गया. इस कार्यक्रम में राज्यपाल कलराज मिश्र ने उत्कृष्ट शिक्षकों को सम्मानित किया.

भारत अपने प्राचीन ज्ञान के बूते ही विश्व गुरु बन सकता है... शिक्षक दिवस समारोह में बोले राज्यपाल कलराज मिश्र
राजस्थान केंद्रीय विवि में शिक्षक दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते राज्यपाल कलराज मिश्र.

शिक्षक दिवस को लेकर आज पूरे देश में जगह-जगह आयोजन किए जा रहे हैं. इस मौके पर अजमेर स्थित केंद्रीय राजस्थान विश्वविद्यालय में समारोह आयोजित किया गया. जिसमें राज्यपाल कलराज मिश्र ने उत्कृष्ट शिक्षकों को सम्मानित किया. साथ ही कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भारत की ज्ञान परंपरा और समाज में शिक्षकों की अहमियत के बारे में कई बातें की. कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि भारत अपने प्राचीन ज्ञान के बूते ही विश्व गुरु बन सकता है. उन्होंने एक शिक्षक के कर्तव्य और उनकी उपयोगिता पर भी कई बातें कही. 

शिक्षक उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित हुए शिक्षक

दरअसल राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय में शिक्षक दिवस के अवसर पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें राजस्थान के कई शिक्षकों को समाज में उनके अमूल्य योगदान के लिए सम्मानित किया गया. राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए. मालूम हो कि राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय ने पहली बार "शिक्षक उत्कृष्टता पुरस्कार" नामक कार्यक्रम की शुरुआत की है. 

बेहतर शिक्षकों के काम को सम्मान देना मकसद
यह एक प्रतिष्ठित सम्मान है, जो पूरे राजस्थान में उच्च शिक्षण संस्थानों के उत्कृष्ट शिक्षकों को दिया गया. इस पुरस्कार का उद्देश्य उन शिक्षकों के अथक प्रयासों को पहचानना और सराहना करना है, जिन्होंने शिक्षा के माध्यम से भविष्य को आकार देने के लिए अनुकरणीय समर्पण, नवाचार और प्रतिबद्धता प्रदर्शित की है. इस अवसर पर राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय से बेस्ट टीचर और बेस्ट रिसर्चर को भी पुरस्कृत किया गया. साथ ही राज्यपाल ने एक प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया. 

राज्यपाल बोले- शिक्षकों को नवाचार को बढ़ाना देना चाहिए

इस दौरान राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि शिक्षकों को समाज के साथ-साथ अनुसंधान, शैक्षिक विकास और नवाचार को बढ़ावा देना चाहिए. डॉ. राधाकृष्णन ने कहा था कि श्रेष्ठ शिक्षक वही हैं, जो सदैव शिष्यों में खुद को देखता है, उन्होंने संवैधानिक अधिकारों और कर्तव्यों के बारे में कहा कि इन्हीं में हिंसा उपद्रव और अन्य सामाजिक गतिविधियों का समाधान खोजा जा सकता है.   राज्यपाल ने आगे कहा कि भारत अपने प्राचीन ज्ञान के बूते ही विश्व गुरु बन सकता है.

राजस्थान केन्द्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.आनन्द भालेराव ने कहा कि राज्यपाल ने भारत का स्वतंत्रता संग्राम 1957 से 1947 तक प्रदर्शनी का निरीक्षण भी किया. 

इन लोगों को किया गया सम्मानित
राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में सम्मानित होने वाले शिक्षकों में ब्यावर के सनातन धर्म कॉलेज से डॉ. दुष्यंत त्रिपाठी, जयपुर से डॉ. प्रियंका, जोधपुर से डॉ. साक्षी धनुकर शामिल हैं. इसके अलावा राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय के प्रोफेसर लक्ष्मीकांत शर्मा और डॉ. विश्वनाथ तिवारी को ₹25000 नगद और शॉल ओढ़ाकर प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया.

इस मौके पर संभागीय आयुक्त सीआर मीणा, आईजी लता मनोज, जिला कलेक्टर भारती दीक्षित, एसपी चुनाराम जाट सहित अतिरिक्त जिला कलक्टर राजेन्द्र सिंह सहित समस्त विभागीय अधिकारी एवं आयोजन से जुडे़ विश्वविद्यालय के स्टाफ आदि उपस्थित रहे.

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