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This Article is From Oct 06, 2023

RPSC Exam: स्टूडेंट ने अपनी जगह सरकारी टीचर को आरपीएससी एग्जाम देने भेजा, 12.5 लाख में हुई थी डील, 1 साल बाद खुलासा

1 साल पहले ली गई स्कूल लेक्चरर की राजनीति विज्ञान और कृषि विभाग की परीक्षा देने के लिए दोनों अभ्यार्थियों ने शिक्षक को दिए 12 लाख 50 हजार रुपए दिए थे. लेकिन काउंसलिंग के दौरान दस्तावेज जांच में वे फंस गए.

RPSC Exam: स्टूडेंट ने अपनी जगह सरकारी टीचर को आरपीएससी एग्जाम देने भेजा, 12.5 लाख में हुई थी डील, 1 साल बाद खुलासा
दोनों आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार.

Rajasthan News: राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) द्वारा आयोजित की जाने वाली स्कूल व्याख्याता भर्ती (School Lecturer Recruitment) में एक बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है. यहां दो अभ्यार्थियों ने अपनी जगह सरकारी टीचर को बैठाकर आरपीएससी की परीक्षा दे दी है. पूरा मामला जोधपुर के दो केंद्रो का है, जिसका खुलासा 1 साल बाद जांच में हुआ है.

1 साल पहले ली गई स्कूल लेक्चरर की राजनीति विज्ञान और कृषि विभाग की परीक्षा देने के लिए दोनों अभ्यार्थियों ने शिक्षक को 12 लाख 50 हजार रुपए दिए थे. लेकिन काउंसलिंग के दौरान दस्तावेज जांच में अलग-अलग फोटो मिलने के कारण वे फंस गए, जिसके बाद फर्जी अभ्यर्थी बैठाने का मामला दर्ज कराया गया. अजमेर के सिविल लाइन थाना पुलिस ने आरोपी लाखा राम और दिनेश को गिरफ्तार कर लिया है. एडिशनल एसपी सिटी मेहमुद खान खुद इस मामले की जांच कर रहे हैं.

एसपी सिटी ने बताया कि आयोग सचिव रामनिवास मेहता की ओर मिली शिकायत के आधार पर ये कार्रवाई की गई है. इस रिपोर्ट के अनुसार, 'स्कूल लेक्चरर एग्जाम 2022' के अनिवार्य विषय सामान्य ज्ञान की परीक्षा 11 अक्टूबर 2022 को सुबह 9 बजे से 10:30 तक और ऑप्शनल सब्जेक्ट कृषि की परीक्षा 11 अक्टूबर को दोपहर 2 से 5 बजे तक आयोजित की गई थी, जिसमें अभ्यर्थी रोल नम्बर 232535 सांचोर निवासी दिनेश कुमार को आयोग द्वारा जोधपुर शहर के अनिवार्य विषय परीक्षा केन्द्र गान्दडी एवं कृषि के परीक्षा केन्द्र जालोरी गेट के अन्दर आवंटित किया गया. उस वक्त अभ्यर्थी परीक्षा की पात्रता जांच के लिए जारी विचारित सूची में सफल रहा. लेकिन पात्रता जांच के उपरान्त केन्द्रों से प्राप्त अभ्यर्थी के उपस्थिति पत्रक का मिलान अभ्यर्थी द्वारा पात्रता जांच के लिए प्रस्तुत किए गए, विस्तृत आवेदन पत्र के साथ संलग्न स्वयं की फोटो एवं हस्ताक्षर से कराया गया तो जांच में अभ्यर्थी की दोनों परीक्षा केन्द्रों पर उपस्थिति पत्रकों पर चस्पा किए दोनों फोटोग्राफ में अन्तर पाया गया. ऐसे में दोनों फोटो दो अलग-अलग व्यक्तियों के होने पर एवं मूल आवेदित अभ्यर्थी दिनेश कुमार संदिग्ध प्रतीत हुआ. 

आयोग द्वारा अभ्यर्थी को 15 सितम्बर 2023 को पत्र जारी कर 20 सितम्बर 2023 को आयोग कार्यालय में बुलाया गया था. अभ्यर्थी 3 अक्टूबर 2023 को उपस्थित हुआ. प्रारम्भिक जांच में अभ्यर्थी ने 11 अक्टूबर 2022 को सुबह नान्दड़ी विद्यालय में अपने स्थान पर अन्य किसी व्यक्ति द्वारा यह परीक्षा दिलवाया जाना प्रतीत होता है. इस संबंध में उप महानिरीक्षक पुलिस द्वितीय एस.ओ.जी. राजस्थान, जयपुर द्वारा भी 31 जुलाई 2023 आयोग को प्राप्त हुआ था, जिसमें अभ्यर्थी के संबंध में प्राप्त शिकायती पत्र को आयोग को भिजवाया गया था. पुलिस ने मामला अपराध धारा 3/10 राजस्‍थान सार्वजनिक परीक्षा (भर्ती में अनुचित साधनों की रोकथाम के अध्‍युपाय) अधिनियम 2022 तथा 419,420,120बी आईपीसी के तहत दर्ज किया. जांच अधिकारी अतिरिक्‍त पुलिस अधीक्षक महमूद खान ने बताया कि  सांचोर निवासी दिनेश कुमार पुत्र सोनाराम के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. इसी प्रकार एक मामला सेकेट्री ने​​​​​​ रूचियाना जालोर निवासी लाखाराम पुत्र झूठाराम के खिलाफ भी दर्ज कराया. पुलिस ने गंभीर अपराध में त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. आज दोनों आरोपियों को माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया जाएगा. वहीं सरकारी शिक्षक अशोक कुमार बिश्नोई को भी गिरफ्तार करने में पुलिस जुटी है.

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