
Rajasthan News: राजस्थान के उदयपुर जिले में गोगुंदा तहसील की छाली ग्राम पंचायत में तेंदुआ का खौफ खत्म हो चुका है. मंगलवार तड़के वन विभाग की टीम रोजाना की तरह पिंजरे को देखने के लिए पहुंची तो वहां पर पिंजरे में तेंदुआ कैद मिला. चौंकाने वाली बात यह है कि तेंदुए के पिंजरे से 500 मीटर की दूरी पर एक और पिंजरा लगाया गया था, उसमें भी एक और तेंदुआ कैद हो गया. यानी वन विभाग को एक साथ दो बड़ी सफलता प्राप्त हुई. अब इन तेंदुओं को उदयपुर के सज्जनगढ़ बायोलॉजिकल पार्क चिड़ियाघर में ले जा रहा है, जहां उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा.
गुरुवार सुबह से था खौफ का माहौल
गोगुंदा तहसील की छाली ग्राम पंचायत में बुधवार को 16 वर्षीय नाबालिग बकरियां चराने के लिए जंगल में गई थी, जो देर रात तक नहीं लौटी. इसके बाद ग्रामीण उसको तलाशने के लिए जंगल की तरफ गए, लेकिन नहीं मिली. गुरुवार सुबह पहाड़ी पर उसका शव मिला. उसके शरीर पर तेंदुए के हमले के निशान थे. इसके बाद ही लोगों में खौफ फैल गया. तेंदुए ने इसके बाद 45 वर्षीय खुमाराम और 50 वर्षीय महिला पर हमला किया था, जिससे उनकी मौत हो गई थी. इसे बाद से छाली ग्राम पंचायत के लोग खौफ में थे.
10 पिंजरे, 7 कैमरे और 80 कर्मचारी
वन विभाग की तरफ से 80 कर्मचारियों को 7 अलग-अलग टीमों में ग्राउंड पर तैनात किया गया था. इसके लिए करीब 10 पिंजरे और 7 ट्रैप कैमरा लगाए गए थे. सुबह सभी लोकेशन पर रोजाना विभाग की टीम मौके पर पहुंचती और चेक कर रही थी कि तेंदुआ पिजारे में आया या नहीं. आज सुबह विभाग को टीम उसी जगह पहुंची जहां 50 वर्षीय महिला का तेंदुए ने शिकार किया था. विभाग ने यहां दो पिंजरे 500 मीटर को दूरी पर लगाए थे. विभाग को टीम जब वहां पहुंची तो पहले पिंजरे में तेंदुआ कैद मिला. वहीं दूसरी पिंजरे में देखा तो वहां भी तेंदुआ था. यानी एक ही लोकेशन पर दो तेंदुए ट्रैप हुए. अब दोनो तेंदुओं को सज्जनगढ़ बायोलोजिकल पार्क लेकर गए हैं.
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