पाली (Pali) प्रदेश में परंपरागत जल स्रोतों जैसे कुएं, बावड़ियां और तालाबों में प्रदूषण ने ग्रामीणों के जीवन को मुश्किल में डाल दिया है. रंगीन और प्रदूषित पानी न केवल स्वास्थ्य के लिए खतरा है, बल्कि रोजमर्रा के कामकाज को भी प्रभावित कर रहा है. सवाल यह है कि ऐसी स्थिति में ग्रामीण अपनी समस्या लेकर कहां जाएं और समाधान कैसे हो?