धौलपुर जिले के कोलारी थाना क्षेत्र में भाई और बहन को घर में खेलते हुए सांप ने डस लिया. परिजन दोनों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाने की जगह झाड़-फूंक करने वाले के पास ले गए. रातभर झाड़-फूंक के बाद भी उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ. करीब 10 घंटे बाद परिजन दोनों को लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टर ने दोनों को मृत घोषित कर दिया.
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जानकारी के अनुसार खरगपुर गांव में गजन सिंह का बेटा यादव (3) और उसकी बहन गुड्डी की बेटी कोपिचा (4) शनिवार शाम को घर के एक कमरे में खेल रहे थे. शाम करीब 7 बजे सांप ने दोनों बच्चों को डंस लिया. सांप के डंसने के बाद दोनों बच्चे रोने लगे. कुछ देर बाद इनके मुंह से झाग निकलने लगा तो परिजनों को मामला समझ में आया. परिजनों के शोर मचाने पर गांव वालों ने सांप को मार डाला. सांप के डंसने के बाद परिजन बच्चों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाने की जगह झाड़-फूंक के लिए ले गए. ग्रामीणों ने बताया कि रविवार सुबह करीब 4 बजे दोनों बच्चों का शरीर नीला पड़ गया. इसके बाद सुबह करीब 6 बजे परिजन दोनों को लेकर सैंपऊ अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया. गांव के लोगों के समझाने पर परिजनों ने मामले की जानकारी पुलिस और प्रशासन को दी. जिस पर पुलिस ने जीरो एफआईआर दर्ज की है.
सरपंच प्रतिनिधि कुंवर सेन जाटव ने बताया कि गुड्डी 2 दिन पहले ही अपने ससुराल सैंपऊ के जमालपुर से अपने माता-पिता के घर आई थी.
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अंधविश्वास के चक्कर में गई बच्चों की जान
सैंपऊ अस्पताल के डॉ. हरिओम जाटव ने बताया कि परिजन सुबह बच्चों को लेकर आए थे, लेकिन दोनों की मौत हो चुकी थी. उन्होंने कहा कि सांप के डंसने के मामलों में मरीज को तुरंत इलाज मिलने पर जान बच सकती है. इसके लिए हर सेंटर पर एंटी वेनम इंजेक्शन उपलब्ध है. मरीज के अस्पताल पहुंचने में जितनी देरी होती है, उतना ही खतरा बढ़ जाता है. यह दोनों बच्चे मृत अवस्था में अस्पताल लाए गए थे.