एजुकेशन हब के रूप में पूरे देश में मशहूर कोटा में बीते कुछ दिनों से सुसाइड की घटनाएं काफी तेजी से बढ़ी है. डॉक्टरी, इंजीनियरिंग की तैयारी करने वाले बच्चे बड़ी संख्या में यहां डिप्रेशन के शिकार हो रहे हैं. जिसके बाद वो आत्मघाती कदम उठा रहे हैं. बात आंकड़ों की करें तो यहां इस साल अभी तक सुसाइड की 21 घटनाएं सामने आ चुकी है. बुधवार को बिहार के एक और छात्र ने सुसाइड की कोशिश की. खगड़िया के रहने वाले इस बच्चे ने अत्यधिक दवाओं का सेवन कर लिया है. फिलहाल उसका इलाज चल रहा है. इस बीच कोटा से एक और युवक के सुसाइड की खबर सामने आई है.
कमरे के अंदर का नजारा देखकर हिले परिजन
मिली जानकारी के मुताबिक कोटा के महावीर नगर थाना क्षेत्र में 26 वर्षीय एक युवक की बुधवार को आत्महत्या कर ली. युवक ने अपने कमरे में ही फांसी लगाई. करीब 2 घंटे बाद जब उसकी मां चाय लेकर कमरे में पहुंची तो गेट बंद था. काफी देर तक गेट नॉक करने के बाद भी जब दरवाजा नहीं खुला तो परिजनों ने गेट तोड़ा। जिसके बाद अंदर का नजारा देखकर लोग हिल गए. सामने युवक फांसी के फंदे पर लटका हुआ था.
महावीर नगर विस्तार योजना का मामला
आनन-फानन में परिजन उसे नीचे उतारकर निजी हॉस्पिटल पहुंचे. जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित किया. मृतक की पहचान आयुष माहेश्वरी के रूप में हुई है. वह 26 साल का अविवाहित युवक था. महावीर नगर विस्तार योजना में रहता था. आयुष केक बनाने का काम करता था.
ग्राउंड फ्लोर पर रहता था युवक, परिजन रहते हैं ऊपर
महावीर नगर थाना सब इंस्पेक्टर लोकेश मीणा ने बताया कि युवक मकान के नीचे वाले पोर्शन में अपने कमरे था. परिवार के सदस्य ऊपर वाले पोर्शन में थे. करीब 4 बजे मां ने चाय के लिए आयुष के फोन लगाया तो उसने फोन रिसीव नहीं किया. थोड़ी देर बाद नीचे आकर देखा तो कमरे के दोनों गेट अंदर से लगे थे.
कोई सुसाइड नोट नहीं मिला
आवाज देने पर भी आयुष ने कोई रिप्लाई नहीं दिया. फिर परिजनों ने किराएदार के पोर्शन में जाकर गेट तोड़ा तो आयुष फांसी पर लटका हुआ था. उसने चुन्नी से कड़े पर फंदा लगा रखा था. पुलिस ने कमरे से आयुष का मोबाइल जब्त किया है. मृतक के कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है. महावीर नगर थाना पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.
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