Asian Para Games: राजस्थान के लाल सुंदर सिंह गुर्जर ने चीन की धरती पर चल रहे एशियन गेम्स में पुरुषों की भाला फेंकने वाली प्रतियोगिता में विश्व रिकॉर्ड बनाकर भारत का नाम एक बार फिर विश्व पटल पर सुनहरे अक्षरों में रच दिया है. सुंदर के लिए देश के कई बड़ी हस्तियों सहित बधाई देने वालों का सोशल मीडिया पर तांता लगा हुआ है.
वर्ल्ड रिकॉर्ड के साथ गोल्ड मेडल जीतने के बाद सुंदर ने कहा, 'मैं बहुत खुश हूं कि मैंने एशियन गेम्स के अंडर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के साथ-साथ गोल्ड मेडल जीता है. इसके लिए मैं कई वर्षों से मेहनत कर रहा हूं और इस साल तो मैंने मुकाम को हासिल करने के लिए बेंगलुरु में लगातार कड़ी मेहनत के साथ ट्रेनिंग की हैं.'
कोच और बड़े भाई का मिला सहयोग
सुंदर गुर्जर ने बताया, मेरी इस सफलता में कोच महावीर प्रसाद सैनी और बड़े भाई विपिन कसानां का भी काफी सहयोग रहा है. सुंदर का कहना है कि इससे पहले मैं ओलंपिक गेम्स में मेडल और नेशनल में दो बार वर्ल्ड रिकॉर्ड बना चुका हूं. लेकिन मन में जो वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का सपना है वो आज कहीं ना कहीं भगवान के आशीर्वाद से वर्ल्ड रिकॉर्ड गोल्ड मेडल के साथ एशियन गेम्स में बन चुका है.
आगे भी बनाएंगे नया रिकार्ड
चीन में चल रहें एशियन गेम्स में सुंदर ने अभी हाल ही में पुरुषों की भाला फेंकने वाली प्रतियोगिता में f-46 के फाइनल रिकॉर्ड में 68. 60 मीटर की दूरी पर भाला फेंककर विश्व रिकार्ड बनाने के साथ-साथ गोल्ड मेडल अपने नाम किया है.
पैतृक गांव में छाया खुशी का माहौल
राजस्थान के करौली में जन्मे सुंदर सिंह गुर्जर ने भाला फेंकने में यह विश्व रिकॉर्ड श्रीलंका के दिनेश प्रियंता के 67.79 पिछले रिकॉर्ड को तोड़कर बनाया है. सुंदर गुर्जर की इतनी बड़ी उपलब्धि से ना केवल उनके पैतृक गांव देवलेन (करौली) बल्कि पूरे देश भर में खुशी का माहौल जिस दिन से सुंदर ने वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है उसी वक्त से छाया हुआ है.
यह भी पढ़ें- Asian Para Games: करौली के लाल सुंदर गुर्जर ने तोड़ा वर्ल्ड रिकॉर्ड, जेवेलिन थ्रो में भारत को दिलाया गोल्ड