Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 में राजस्थान की बांसवाड़ा-डूंगरपुर लोकसभा सीट हॉट सीट बन गई है. यह सीट आदिवासी बहुल सीट है ऐसे में बीजेपी ने इस सीट पर अपना दांव महेंद्रजीत सिंह मालवीय पर खेला है. जो 40 सालों से कांग्रेस में थे. वहीं, इस सीट पर भारत आदिवासी पार्टी (BAP) ने अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है. बीएपी ने चौरासी विधानसभा सीट से विधायक राजकुमार रोत को अपना उम्मीदवार घोषित किया है. यानी महेंद्रजीत सिंह मालवीय को राजकुमार रोत टक्कर देने वाले हैं. वहीं, BAP की कांग्रेस से गठबंधन की बात भी चल रही है. लेकिन इस पर बात अटक गई है.
BAP ने गठबंधन के लिए रखी शर्त
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और BAP के विधायक राजकुमार रोत के बीच गुप्त मीटिंग की बात कही जा रही है. हालांकि कांग्रेस के लोकल नेता इस गठबंधन का विरोध कर रहे हैं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता BAP से गठबंधन करना चाहते हैं लेकिन कांग्रेस के कुछ लोकल नेता ऐसा नहीं चाहते हैं. वहीं, इससे कांग्रेस नेताओं के टूटने की संभावना भी जताई जा रही है. दूसरी ओर बीएपी ने गठबंधन को लेकर कुछ शर्तें रखी है. इस बारे में राजकुमार रोत ने कहा है कि हमारे संघटन की इस पर बात चल रही है. हमने कुछ शर्तें रखी हैं. अगर हमारी शर्तें मानी जाती है तो संगठन इस बारे में फैसला लेगी.
यानी जहां कांग्रेस के नेताओं के विरोध की वजह से इस गठबंधन का आगे बढ़ना मुश्किल लग रहा है. वहीं बीएपी की शर्तें भी गठबंधन के आड़े आ रही है.
वोट के जरिए उम्मीदवार बने राजकुमार रोत
बीएपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहनलाल रोत ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी करके राजुकमार रोत को उम्मीदवार घोषित किया. भारत आदिवासी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहनलाल रोत द्वारा जारी वीडियो में बताया की 6 मार्च को पार्टी की सामाजिक इकाई और राजनैतिक विंग की बैठक हुई थी. जिसमे बांसवाडा-डूंगरपुर लोकसभा सीट से प्रत्याशी को लेकर वोटिंग की गई थी. इस वोटिंग की आज गणना की गई. जिसमे सर्वाधिक वोट चौरासी से बीएपी के विधायक राजकुमार रोत को मिले है. जिस पर पार्टी ने विधायक राजकुमार रोत को बांसवाडा-डूंगरपुर लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाया है.
कौन हैं राजकुमार रोत
विधायक राजकुमार रोत चौरासी से लगातार दो बार से विधायक है. वहीं पिछले विधानसभा चुनाव में राजकुमार रोत पूरे प्रदेश में सर्वाधिक मतों से जीतने वाले दूसरे उम्मीदवार थे. विधायक रोत की आदिवासी युवाओं पर अच्छी पकड़ है. वागड़ की राजनीति में राजकुमार रोत को डूंगरपुर-बांसवाड़ा का सबसे युवा नेता माने जाते हैं. बीएपी का इस विधानसभा चुनाव में वोट शेयर के साथ दूसरे स्थान पर है. विशेषकर डूंगरपुर जिले में बीएपी का प्रतिशत अच्छा है. आसपुर और चौरासी विधानसभा में दो विधायक जीत के साथ आत्मविश्वास भी बढ़ा है. इसके कारण बीएपी को अब लोकसभा में जीत की उम्मीद जाता है. हालांकि बांसवाड़ा में बीएपी का कोई उम्मीदवार नहीं है. इसके कारण वहां की स्थिति जरुर चिंताजनक है. लेकिन राजकुमार रोत की तेज तर्रार भाषा शैली से इस बार चुनाव में भाजपा से सीधा मुकाबला देखने को मिलेंगा. अभी तक वागड़ की डूंगरपुर-बांसवाड़ा लोकसभा सीट पर सिर्फ भाजपा से महेंद्रजीत सिंह मालवीया और बीएपी से राजकुमार रोत की घोषणा हुई है. अभी तक कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है. बीएपी के उम्मीदवार राजकुमार रोत बनने के बाद अब मुकाबला काटे भरा हो सकता है.