
Rajasthan: बाड़मेर जिले में जहां अपराध के आंकड़ों में उल्लेखनीय बदलाव देखने को मिला है. जिला पुलिस की सक्रियता और सघन गश्त के चलते अपराध की दर में कमी आई है, लेकिन पुलिस ने अच्छी कार्यवाही कर एक्ट के मामलों में 20% वृद्धि भी दर्ज की गई है. लेकिन युवाओं में बढ़ती नशे की लत व तस्करी पुलिस के लिए चुनौती बन रही है. और स्मैक व एमडी जैसे ड्रग की सप्लाई केंद्र बन रहा बाड़मेर जिला पुलिस के सिर दर्द बन गया.
चोरी और डकैती जैसे क्राइम में कमी
जिला पुलिस द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, चोरी, डकैती, और हिंसक अपराधों जैसे मामलों में उल्लेखनीय कमी आई है. हालांकि, विभिन्न एक्ट्स के तहत दर्ज मामलों में 20% की वृद्धि हुई है, जिसमें अवैध शराब, मादक पदार्थों की तस्करी, और अन्य गैर-कानूनी गतिविधियां शामिल हैं. यह बदलाव जिला पुलिस की रणनीति और सक्रियता को दर्शाता है.
ड्रग्स बाड़मेर से दूसरे रज्योंं में हो रही सप्लाई
आंकड़ों के मुताबिक, बाड़मेर में हिंसक अपराधों जैसे हत्या और मारपीट के मामलों में 25% से अधिक की कमी आई है, जबकि चोरी और लूटपाट जैसे मामलों में भी 30% की गिरावट दर्ज की गई है. दूसरी ओर मादक पदार्थों की तस्करी का बाड़मेर जिला हब बन रहा है, यहां पर मध्य प्रदेश व मणिपुर से लगातार अफीम डोडा पोस्त की खेप पहुंच रही है. तो स्मैक व एमडी जैसे खतरनाक ड्रग्स की भी बाड़मेर से अन्य राज्यों में सप्लाई हो रही है. अवैध शराब और मादक पदार्थों से संबंधित एक्ट के मामलों में वृद्धि दर्शाती है कि पुलिस ने इन गतिविधियों पर विशेष ध्यान दिया है. पुलिस लगातार कार्रवाई कर नशाखोरों की कमर तोड़ने का काम कर रही है.
जगह-जगह नाकेबंदी करके वाहनों की चेकिंंग
बाड़मेर पुलिस अधीक्षक नरेंद्र सिंह मीणा का कहना है कि पुलिस लगातार जिले भर में सक्रियता बढ़ा रही है, कांस्टेबल से लेकर डीएसपी, एएसपी, पुलिस अधीक्षक खुद लगातार ग्रस्त करते हैं. एसपी ऑफिस से लेकर पुलिस लाइन के विभिन्न ब्रांचों में कार्यरत सभी स्टाफ को सप्ताह में अलग-अलग टाइम गस्त करना अनिवार्य रूप से बाड़मेर पुलिस ने लागू किया है. जगह-जगह नाकेबंदी कर वाहनों की चेकिंग से अपराध पर लगाम लग रहा है. वहीं सड़क हादसा में भी कमी आ रही है.
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