
Rajasthan Politics: केंद्रीय कला पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत (Gajendra Singh Shekhawat) ने एक बार फिर राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री को निशाने पर लिया है. सूरसागर की पूर्व विधायक सूर्यकांता व्यास (Suryakanta Vyas) के निधन के बाद शोक संकल्प परिवार से मिलने जोधपुर आए शेखावत ने मीडिया से बातचीत के दौरान अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) पर आरोप लगाए. उन्होंने विशेष तौर पर संजीवनी घोटाला के मुद्दे को लेकर गहलोत पर प्रहार किया और कहा कि पिछले 5 साल से उन्हें और उनके परिवार को बदनाम करने के प्रयास किए गए. उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत ने इसी तरह से पिछले वर्षों में अपने कई प्रतिद्वंद्वियों को रास्ते से हटाया है, और कुर्सी पर बने रहने के लिए साजिश करना उनकी आदत रही है.
संजीवनी घोटाला मामले में राजस्थान हाई कोर्ट से क्लीन चिट मिलने के एक दिन बाद गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा,"इसी जोधपुर के सर्किट हाउस में मेरी दिवंगत माता के लिए जिस तरह के शब्दों का इस्तेमाल किया उसे में दोहराना नहीं चाहता हूं. लेकिन मैं हर बार यही कहता था कि मेरा दामन पाक साफ है ,और आखिर भारत की कानून व्यवस्था ने इसका निर्णय कर बता दिया कि सत्य की जीत हुई है. एक बार फिर राजनीति में इस तरह से झूठ बोलने वाले लोगों का पर्दाफाश हुआ है."
आज भाजपा परिवार की वरिष्ठ, पूर्व विधायक श्रीमती सूर्यकांता व्यास जी के परलोक गमन पर शोक संवेदना व्यक्त करने उनके जोधपुर निवास पहुँचा।
— Gajendra Singh Shekhawat (@gssjodhpur) September 26, 2024
परिजनों के लिए यह अनिर्वचनीय दुख का समय है, उन्हें संबल देने का प्रयास किया, हम सब उनके शोक में सहभागी हैं।
“जीजी” की पवित्र आत्मा की शांति के… pic.twitter.com/dF1EFw5qyP
'पुत्र मोह और कुर्सी की लालसा में करते हैं गहलोत हथकंडे'
गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि अपने प्रतिद्वंद्वी को किसी न किसी षड्यंत्र में फंसा कर उनका करियर खत्म करना अशोक गहलोत की पुरानी आदत रही है.उन्होंने कहा,"पूर्व में राजेंद्र सिंह राठौड़ का मामला हो, या महिपाल मदेरणा परिवार हो या विश्नोई परिवार, कई ऐसे उदाहरण है जिसमें अपने प्रतिद्वंदियों को इसी तरह से फंसाने की उनकी पुरानी परिपाटी रही है. केवल पुत्र मोह और अपनी कुर्सी पर बने रहने और अपनी राजनीतिक जाजम बचाने के लिए गहलोत इस तरह के हथकंडे अपनाते रहते हैं. फोन टैपिंग के मामले में भी अपने खुद के पूर्व ओएसडी के घर पर एसओजी को कंप्यूटर जब्त करने के लिये भेज दिया था."
गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि अशोक गहलोत ने जो झूठे आरोप लगाए थे उन्हें न्यायपालिका ने सिद्ध कर दिया कि ये आरोप झूठे. उन्होंने साथ ही संजीवनी मामले के पीड़ितों को भी राहत दिलवाने का भरोसा देते हुए कहा कि वह उनके साथ हैं.
ये भी पढ़ें-