Teacher Molested Student: राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के गुरु-शिष्य के पवित्र रिश्ते को दागदार करने वाली एक घटना सामने आई है. मिली जानकारी के अनुसार भीलवाड़ा के आसींद थाना क्षेत्र के दुल्हेपुरा गांव में सरकारी स्कूल के शिक्षक ने छात्रा से अश्लील हरकतें की. गुरुवार दोपहर बाद छात्रा से छेड़छाड़ की खबर आग की तरह फैली और फिर देखते ही देखते ग्रामीणों का हुजूम स्कूल के बाहर जमा हो गया. फिर लोगों ने स्कूल बंद करवाकर बच्चों की छुट्टी करवा दी.
आक्रोशित लोगों ने शिक्षक की पिटाई की
इसके बाद ग्रामीणों ने आरोपी शिक्षक की पकड़ कर धुनाई कर दी. आक्रोशित ग्रामीणों से आरोपी शिक्षक को बाद में स्टाफ ने छुड़ाकर कमरे में बंद किया. आसींद थाना क्षेत्र की दुल्हेपुरा गांव की राजकीय विद्यालय में हुई इस घटना के बाद अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और छेड़छाड़ की आरोपी शिक्षक को निलंबित करने की सूचना दी, जिसके बाद ग्रामीण शांत हुए.
दोपहर बाद छेड़छाड़ की सूचना मिलते शुरू हुआ हंगामा
दरअसल आसींद उपखंड के दुल्हेपुरा गांव स्कूल में तैनात शिक्षक राकेश रेगर पर छेड़छाड़ और अश्लील मैसेज करने की शिकायत की. दोपहर के भोजन अवकाश के दौरान परिजनों को छेड़छाड़ की सूचना मिली. देखते ही देखते पूरे गांव में स्कूल में छेड़छाड़ करने और छात्रों को अश्लील मैसेज करने की खबर आज की तरह फैल गई.
ग्रामीणों के हंगामे की सूचना पर पुलिस टीम पहुंची
फिर काफी संख्या में ग्रामीण स्कूल के बाद महिलाओं के साथ जमा हो गए और हंगामा करने लगे. इस बीच कुछ युवाओं ने स्कूल के अंदर प्रवेश कर हड़ताल करवा दी. स्कूली छात्र-छात्राएं भी ग्रमीणों के साथ स्कूल के मुख्य गेट पर नारेबाजी और प्रदर्शन करने लगे. उधर हंगामें और विवाद की सूचना मिलने पर आसींद थाना पुलिस का जाप्ता भी पहुंचा.
3 घंटे बाद शिक्षा विभाग के अधिकारी भी पहुंचे
पुलिस अधिकारियों ने ग्रामीणों से करीब 3 घंटे तक समझाइस की मश्क्कत की इसके बावजूद भी मामला शांत नहीं हो पाया. ग्रामीण शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों को मौके पर बुलाकर शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे. बाद में शिक्षा विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे.
अधिकारियों ने निलंबित करने की दी सूचना
शिक्षा विभाग के एडिशनल सीबीईओ भंवरलाल सेन मौके पर पहुंचे और स्टूडेंट से प्रारंभिक जांच के बाद शिक्षक राकेश रेगर को निलंबित करने का आदेश जारी किया. इसके बाद ग्रामीण शांत हुए और स्कूल में बंद स्टाफ को भी बाहर निकलने दिया. गांव में माहौल हंगामादार देखते हुए थाना प्रभारी हंसपाल सिंह के नेतृत्व में जाप्ता तैनात किया गया है. देर शाम को छात्रा की रिपोर्ट पर आसींद थाना पुलिस ने भी मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
10 महीने से नहीं है प्रिंसिपल
ग्रामीणों में इस बात पर भी नाराजगी है कि विद्यालय में पिछले 10 माह से कोई स्थाई प्रिंसिपल नहीं है. ऐसे में प्रिंसिपल का चार्ज एक सीनियर टीचर राधेश्याम तेली को सौंप रखा है. शायद स्कूल में प्रिंसिपल होता और छात्रों की शिकायत को गंभीरता से लेता तो आज शिक्षा के मंदिर को शर्मसार होने से ही शायद बचाया जा सकता था वह करीब 8 घंटे चला हंगामा भी नहीं देखने को मिलता.
पहले भी समझाया स्टाफ ने मगर नहीं माने गुरुजी
शिक्षक राकेश रेगर की पहले भी स्कूल में साथ छेड़छाड़ की बात सामने आई थी. उसे समय किसी भी स्टूडेंट ने स्टाफ को शिकायत नहीं की स्कूल स्टाफ के ही कुछ टीचर ने आरोपी शिक्षक की हरकतों को संदिग्ध मानते हुए उसे समझाने का प्रयास किया. स्कूल के सीनियर टीचर्स और कुछ ग्रामीणों ने समझाइस कर मामला शांत कर लिया था.
स्कूल स्टाफ ने अधिकारियों को दी शिकायत
मगर स्कूल के स्टाफ ने पूर्व में हुए पूरे घटनाक्रम की जानकारी उच्च अधिकारियों को शिक्षा विभाग के दे दी थी. उसके बावजूद कोई सख्त कार्रवाई नहीं की गई. यही वजह रही कि शिक्षक के हौसले बुलंद हो गए और शिक्षक अपनी गंदी हरकतों से बाज नहीं आया.
अभी प्रोबेशन का पीरियड भी नहीं हुआ पूरा
ग्रामीणों के अनुसार शिक्षण राकेश रेगर का अभी प्रोबेशन का पीरियड भी पूरा नहीं हुआ है. अभी उसको नौकरी लगे को ही 10 महीने हुए हैं. इस बीच दो-तीन महीने पहले भी उसकी कुछ हरकतों पर सीनियर शिक्षकों ने आपत्ति जताई थी. सीनियर टीचर्स ने आरोपी शिक्षक को ग्रामीण परिवेश का हवाला देकर समझाया था. शुरुआती दौर में उसने आपत्तिजनक हरकत करने व गलती से इनकार कर दिया. मगर जब शिक्षकों ने दबाव बना कर माफी मांग ली थी.
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