Kankri Dungri Case: प्रदेश के टीएडी और डूंगरपुर जिले के प्रभारी मंत्री बाबूलाल खराड़ी बुधवार को डूंगरपुर जिले के दौरे पर रहे. इस दौरान प्रभारी मंत्री भाजपा कार्यालय में मीडिया से रूबरू होते हुए बड़ी घोषणा की. मंत्री ने कहा कि सितम्बर 2020 में डूंगरपुर में हुए कांकरी डूंगरी प्रकरण की बंद फ़ाइलें फिर से खुलेगी. मंत्री ने आदिवासी युवाओं को गुमराह कर दंगे भड़काने वालो के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है.
सोची-समझी साजिश थी कांकरी डूंगरी प्रकरण
पत्रकार वार्ता में प्रभारी मंत्री बाबूलाल खराड़ी ने केंद्र ओर राज्य सरकार की बजट ओर योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि कांकरी डूंगरी दंगा एक सोची समझी साजिश थी. आदिवासी युवाओं को गुमराह कर पहाड़ी और चढ़ाया. इसके बाद दंगे भड़के, जिसमे कई बेगुनाह लोग जेल में चले गए. लेकिन असली मुजरिम बाहर है.
दंगे करवाने वालों ने कांग्रेस को दिया था समर्थनः मंत्री
मंत्री बाबूलाल खराड़ी ने कहा कि कांकरी डूंगरी में बंद फाइलों को फिर से खोला जाएगा और उनकी जांच की जाएगी. इसमें जो भी मुल्जिम है उनके खिलाफ ठोस कार्रवाई होगी. उन्होंने कहा कि कांकरी डूंगरी दंगे जब हुए तब कांग्रेस की सरकार थी. दंगे करवाने वालों ने कांग्रेस को समर्थन दिया था.
अनारक्षित पदों को एसटी वर्ग से भरने पर किया गया था गुमराह
मंत्री ने आगे कहा कि 1167 अनारक्षित पदों को एसटी वर्ग से भरने के नाम पर गुमराह किया गया था. लेकिन असल में उन पदों और एसटी, एससी, ओबीसी ओर जनरल किसी भी वर्ग के व्यक्ति के लिए ओपन थी. उन्होंने सड़कों पर पथराव की घटनाओं पर नाराजगी जताते हुए कहा कि पथराव करने वाले असामाजिक तत्व है. उन लोगों को भी गुमराह किया जा रहा है कि आदिवासियों पर आईपीसी लागू नहीं होती.
पथराव करने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई
मंत्री ने आगे कहा कि जबकि देश के हर नागरिक पर समान कानून लागू होता है. उन्होंने कहा कि पथराव करने वाले कोई भी अपराधी नहीं बचेगा. इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी और कानून अपना काम करेगा. प्रभारी मंत्री के साथ ही जिलाध्यक्ष हरीश पाटीदार, सागवाड़ा विधायक शंकर डेचा समेत कई भाजपा नेता मौजूद रहे.
यह भी पढ़ें - बिजली कर्मचारियों ने ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर का क्यों किया घेराव, पुलिस के खिलाफ की नारेबाजी