
Rajasthan News: राजस्थान में सिरोही जिले के पिंडवाड़ा में मंगलवार को सैकड़ों ग्रामीणों ने प्रस्तावित खनन परियोजना के खिलाफ उपखंड कार्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया. गुस्साए ग्रामीणों ने प्रशासन के खिलाफ नारे लगाए और राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सौंपकर परियोजना को रद्द करने की मांग की. ग्रामीणों का कहना है कि यह परियोजना उनकी जमीन, जंगल और पानी के स्रोतों को नुकसान पहुंचाएगी.
जमीन और आजीविका पर खतरा
प्रदर्शनकारी ग्रामीणों ने बताया कि खनन परियोजना से इलाके का पर्यावरण बिगड़ेगा. जंगल नष्ट होंगे, पानी के स्रोत सूख सकते हैं और उनकी खेती की जमीन छिन सकती है. कई ग्रामीणों ने डर जताया कि उन्हें अपने घर और गांव छोड़ने पड़ सकते हैं.
एक ग्रामीण रामलाल ने कहा, "हमारी जमीन हमारी जिंदगी है. खनन शुरू हुआ तो हमारा सब कुछ खत्म हो जाएगा." ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की कि उनकी बात सुनी जाए और परियोजना को तुरंत रोका जाए.
एसडीएम ने ग्रामीणों को दिया आश्वासन
उपखंड अधिकारी नरेंद्र जांगिड़ ने ग्रामीणों से बात की और उनकी चिंताओं को गंभीरता से सुना. उन्होंने स्पष्ट किया कि अभी तक किसी भी ग्रामीण की जमीन या घर के लिए कोई नोटिस जारी नहीं हुआ है. एसडीएम ने कहा, "हम जनता की भावनाओं का सम्मान करते हैं. कोई भी फैसला लेने से पहले ग्रामीणों की राय ली जाएगी." उन्होंने ग्रामीणों के ज्ञापन को वरिष्ठ अधिकारियों तक भेजने का वादा किया और शांति बनाए रखने की अपील की.
बड़े आंदोलन की चेतावनी
प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा और ग्रामीण एसडीएम के जवाब से कुछ हद तक संतुष्ट दिखे. हालांकि, उन्होंने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे और बड़ा आंदोलन करेंगे. ग्रामीणों का कहना है कि वे अपनी जमीन और पर्यावरण की रक्षा के लिए हर कदम उठाएंगे.
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