Naryan Gurjar Murder Case: भीलवाड़ा के बहुचर्चित नारायण गुर्जर हत्याकांड में एसआईटी जांच में बड़ा खुलासा हुआ है. मध्यप्रदेश के नीमच-मंदसौर हाईवे से गिरफ्तार किए गए दोनों बदमाशों से रविवार शाम को एसआईटी टीम ने करीब 5 घंटे पूछताछ की. हत्या का सबसे बड़ा कारण इंस्टाग्राम पर मारपीट का वीडियो वायरल करना रहा.
गिरफ्तार दोनों आरोपियों मदन सिंह और राकेश ने पुलिस पूछताछ में हत्या से जुड़े दो कारणों का खुलासा किया है. जिला पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत के आदेश से गठित SIT ने दोनों आरोपितों से करीब 5 घंटे की गहन पूछताछ की. पुलिस के ऊपर इस मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई को अंजाम तक पहुंचाने के लिए खासा दबाव है. ऐसे में पुलिस ने इस मामले में न केवल एसआईटी गठित की बल्कि इस मामले को कैसे ऑफिसर स्कीम में भी शामिल किया है.
2 साल पहले शुरू हुआ था विवाद
आरोपी मदन सिंह और राकेश ने हत्या के दो कारण कबूल किये हैं. दो साल पहले दोनों आरोपियों के साथ कुछ लड़कों ने मारपीट की थी. मारपीट का वीडियो नारायण ने बना लिया था. इसके बाद यह नारायण ने वीडियो इंस्टाग्राम पर वायरल कर दिया था. इसके चलते आरोपितों ने माना कि उनका वर्चस्व डाउन हो गया. इसे लेकर आरोपित पक्ष, मृतक नारायण से नाराज था. इसके अलावा भी एक-डेढ़ साल पहले मदन सिंह के साथ मारपीट हुई थी. तब उसके सिर में 12 टांके लगे थे. इस घटना को लेकर भी मदन नाराज था. बदले की फिराक में था. इन दोनों कारणों के चलते आरोपितों ने फिल्मी स्टाइल में षड्यंत्रपूर्वक बदले की भावना से नारायण की हत्या कर दी.
नाबालिग से करवाई रैकी
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि नारायण के कत्ल से पहले उसकी एक बाल अपचारी ने रैकी की. उसी ने अन्य आरोपितों को नारायण की लोकेशन दी थी. इसके बाद ये आरोपित नारायण के पीछे लग गये. कोलीखेड़ा के पास मोड पर उसे कार की टक्कर लगाने के बाद बूरी तरह पीटा. जिससे उसकी मौत हो गई. आरोपियों से सामने आई जानकारी के बाद अब इस बाल अपचारी से भी पुलिस पूछताछ करेगी.
यह भी पढ़ें- युवक ने किया सुसाइड, वीडियो वायरल कर फैक्ट्री मालिक पर लगाए गंभीर आरोप