IAS Tina Dabi : देश की सबसे चर्चित आईएएस टीना डाबी द्वारा बाड़मेर में चलाया जा रहा शहरी स्वच्छता अभियान "नवो बाड़मेर" राजनीतिक द्वेष की भेंट चढ़ता नजर आ रहा है. बाड़मेर के लोगों को इस अभियान से काफी उम्मीदें थी. शहर की मुख्य सड़कें हो या फिर वार्डों की गलियां, इस अभियान के बाद चमकने लगी थी. सुबह और शाम दोनों समय कचरा संग्रहण होने से शहर की दशा और दिशा बदलने लगी थी, लेकिन अब यह अभियान बाड़मेर के राजनेताओं की आंखों में कांटा बन गया है. इससे उन्हें अपनी राजनीतिक जमीन खिसकने का डर सता रहा है.
'नवो बाड़मेर' अभियान से टीना डाबी ने किया किनारा
नेताओं ने "नवो बाड़मेर" अभियान को सिर्फ फोटो तक सीमित सफाई अभियान और श्रमदान मान लिया था. लेकिन टीना डाबी के इस अभियान को हाथ में लेने के बाद नेताओं से लेकर दुकानदारों तक सभी की परेशानी बढ़ने लगी. सभी को इसके तहत सफाई करनी पड़ रही थी. ऐसे में कई व्यापारियों ने मदद के लिए इन नेताओं से संपर्क किया. जिसके बाद विरोध का दौर शुरू हो गया. आज बाड़मेर नगर परिषद बोर्ड पक्ष कांग्रेस और प्रतिपक्ष नेता ने अभियान में अपनी अनदेखी करने का आरोप लगाया. जिसके चलते अब जिला कलेक्टर टीना डाबी का इस अभियान से मोहभंग होता नजर आ रहा है.
जनता की दिनचर्या का हिस्सा बन गया है यह अभियान
बाड़मेर के लोग इस अभियान से काफी खुश हैं. वे इससे जुड़ाव महसूस करने लगे हैं. जिले की सड़कों पर फैला कचरा अब सीधे कूड़ेदान में जा रहा है. ये सारे बदलाव आईएएस टीना डाबी के अभियान और सड़कों पर उतरकर समझाने से ही आए हैं. लेकिन अब इस अभियान पर गंभीर आरोप लगे हैं. इन आरोपों को लेकर जनता में चर्चा है. लोगों के मन से नेताओं का मुखौटा उतर गया है. लोग आईएएस टीना डाबी के नवो बाड़मेर अभियान के पक्ष में नजर आ रहे हैं.
आरोपों से ध्यान किया डायवर्ट
स्थानीय नेताओं की राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं के कारण इस अभियान की आलोचना हो रही है. अभियान पर कई सवाल उठाए गए. इससे आहत डीएम टीना डाबी ने अपना ध्यान अलग-अलग अभियानों पर लगा दिया है.उन्होंने दिव्यांगों के लिए 'सशक्त समाज अभियान' और महिला सशक्तिकरण के लिए 'सशक्त महिला सशक्त समाज' के लिए काम करना शुरू किया. इसके अलावा उन्होंने महिलाओं को विकास की नई दिशा में ले जाने और उन्हें आर्थिक, मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक रूप से मजबूत और सशक्त बनाने के लिए 'मरु उड़ान' की भी शुरुआत की.