
Rajasthan Assembly Delegation: राजस्थान विधानसभा के प्रतिनिधि मंडल ब्रिटिश पार्लियामेंट का दौरा करेंगे. इस दौरे के दौरान राजस्थान के विधायक ब्रिटिश पार्लियामेंट की कार्य प्रणाली और वहां की तकनीक का अध्ययन करेंगे. जिससे दोनों सदनों के बीच नवाचारों की जानकारी का आदान-प्रदान हो सके. यह दौरा कब होगा, प्रतिनिधिमंडल में कितने सदस्य बिट्रेन जाएंगे, इन सब चीजों की जानकारी आगे दी जाएगी. बुधवार को राजस्थान विधानसभा के प्रतिनिधिमंडल का ब्रिटिश पार्लियामेंट के लिए आमंत्रण मिल गया है.
स्पीकर देवनानी से मिले ब्रिटिश हाईकमीशन के प्रतिनिधि
दरअसल बुधवार को राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी से विधानसभा में ब्रिटिश हाई कमीशन के दो सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल ने शिष्टाचार मुलाकात की. देवनानी ने प्रतिनिधिमंडल में शामिल ब्रिटिश हाई कमिशन में डीसीएच स्टीव हैकलिग और ब्रिटिश हाई कमिशन में ही राजनीतिक सलाहकार एमी रनिनगा का स्वागत किया. देवनानी ने राजस्थान विधानसभा के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि राजस्थान विधानसभा लोकतंत्र का मंदिर है. विधानसभा के सदन में पक्ष और प्रतिपक्ष के सदस्यगण जनहित के मुद्दों पर स्वस्थ परिचर्चा करते हैं.
राजस्थान विधानसभा में ब्रिटिश हाईकमीशन के दो सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने शिष्टाचार मुलाकात की।
— Vasudev Devnani (@VasudevDevnani) February 21, 2024
प्रतिनिधियों ने ब्रिटिश पार्लियामेंट आकर वहां की कार्यप्रणाली और तकनीक को जानने का आमंत्रण दिया। इस अवसर पर उनसे संसदीय कार्य प्रणाली सहित विभिन्न विषयों पर विस्तार चर्चा हुई।… pic.twitter.com/7Xico0zP3o
स्पीकर देवनानी ने आगे बताया कि जन समस्याओं के निस्तारण के लिए कानूनों का निर्माण करते हैं. विधानसभा में राजनीतिक आख्यान संग्रहालय का निर्माण किया गया है, जिसमें राजस्थान निर्माण और राजस्थान के राजनीतिक परिदृश्य को जीवन्त प्रदर्शित किया गया है.
ब्रिटिश हाई कमीशन के सदस्यों ने दिया ब्रिटेन आने का न्योता
ब्रिटिश पार्लियामेंट दल ने राजस्थान विधानसभा के बारे में बारीकी से जानकारी ली. दल के सदस्यों ने ब्रिटेन की पार्लियामेंट के बारे में विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने ऊर्जा, शिक्षा और चिकित्सा के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों की जानकारी भी दी. संसद संवाद कार्यक्रम की चर्चा करते हुए ब्रिटिश दल ने राजस्थान विधानसभा के प्रतिनिधि मंडल को ब्रिटिश पार्लियामेंट में आने का आमंत्रण दिया.
उन्होंने कहा कि विधानसभा का दल ब्रिटिश पार्लियामेंट में आकर वहां के कार्य प्रणाली और तकनीक का अध्ययन करें. इससे दोनों सदनों में एक दूसरे के नवाचारों की जानकारी का आदान-प्रदान हो सकेगा और सदनों में लोकतंत्र की चर्चा मजबूत हो सकेगी. इस मौके पर राजस्थान विधानसभा के प्रमुख सचिव महावीर प्रसाद शर्मा भी मौजूद थे.
यह भी पढ़ें - राजस्थान के सरकारी कर्मचारियों को तोहफा! भजनलाल सरकार ने बढ़ाई तबादलों पर छूट की अवधि