Rajasthan News: बाड़मेर जैसलमेर लोकसभा सीट पर बीजेपी का खेल अब बिगड़ता जा रहा है. सीएम भजनलाल शर्मा और रविंद्र सिंह भाटी की मुलाकात और बात के बाद कहा जा रहा था कि मामला जल्द सुलझ जाएगा. रविंद्र सिंह भाटी को बीजेपी में शामिल होने का ऑफर भी मिला था. लेकिन यह बात अब बनते नहीं दिख रही है. कहा जा रहा है कि अब रविंद्र भाटी के स्वाभिमान को ठेस पहुंची है. जिससे बनता हुआ खेल अब बिगड़ गया है. वहीं यह भी कहा जा रहा है कि जल्द ही रविंद्र भाटी चुनाव लड़ने का ऐलान भी कर सकते हैं. वहीं सोशल मीडिया पर 'रविंद्र चुनाव लड़ो' ट्रेंड कर रहा है. यानी उनके समर्थक भी चाहते हैं कि वह चुनाव मैदान में उतरें.
क्यों बिगड़ रही बात
इन सब के पीछे कई कारण हो सकते है, लेकिन सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक सरकारी लेटर को मुख्य कारणों में से एक माना जा रहा है. हालांकि यह लेटर 14 मार्च का बताया जा रहा है. जिसमें पीएचडी विभाग द्वारा कुछ हेंडपम्पों की मंजूरी दी गई थी. इसमें शिव की जनता को 22 हेंडपम्प मिलने थे. लेकिन इसमें केवल 2 हेंडपम्प ही रविंद्र की अनुशंसा पर थे,वहीं बाकी के 20 हेंडपम्प शिव से भाजपा के प्रत्याशी रहे स्वरूप सिंह खारा की डिजायर से मंजूर हुए. यह वही स्वरूप सिंह हैं जिन्हें रविन्द्र का टिकट काटकर शिव से टिकट दिया गया था. माना जा रहा है यह लेटर दो दिन में वायरल हुआ है.जिसके बाद अब रविंद्र व उनके समर्थक चुनाव लड़ने का मानस बना रहे है.हो सकता है आगामी 2 दिन में रविंद्र अपने पत्ते खोले.
वही भाजपा में वापसी रविंद्र के वापसी के तमाम प्रयास जो सीएम भजनलाल व पार्टी द्वारा किए गए उनमें रविंद्र की शर्त के अनुसार कोई बात नही हुई.ना ही शीर्ष नेतृत्व से कोई स्पष्ट बातचीत हो पा रही है.केवल आश्वासन दिए जा रहे है. लेकिन रविंद्र सिंह भाटी इस बार किसी भी प्रकार से हवाई आश्वासन के भरोसे नही रहना चाहते है.अब इस लेटर के सामने आने के बाद राजनितिक गलियारों में चर्चा है कि रविंद्र जल्द चुनाव लड़ने की घोषणा कर सकते है.
राजनितिक चर्चाओं में बार एक समीकरण की भी बात सामने आ रही है. इस सीट पर भाजपा व कांग्रेस दोनों ही पार्टियों ने जाट चेहरों पर दाव खेला है.तो दो जाट प्रत्याशियों के बीच भाजपा से बागी होकर एक राजपूत चेहरे का मैदान में होना व मूल ओबीसी का बड़ा धड़ा भी रविन्द्र के साथ है. अगर ऐसा है तो भाजपा के कैलाश चौधरी के लिए संसद पहुंचने की राह इतनी आसान नहीं होने वाली.
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