राजस्थान में मतदान और मतगणना की तारीखों की घोषणा के बाद राज्य में चुनावी सरगर्मी बढ़ गई है. 25 नवंबर को मतदान होना है, जबकि मतगणना 3 दिसंबर की कराई जाएगी. तारीखों के ऐलान के बाद राज्य में आचार संहिता लागू हो गई. मतदान की तारीखों की घोषणा के बाद मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने 41 प्रत्याशियों की पहली सूची सार्वजनिक कर दी है. भाजपा ने कुल 7 सांसदों को विधानसभा चुनाव सीट के लिए उतारा है.
राजस्थान विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 14 जनवरी 2024 को खत्म होने वाला है. 2018 में हुए चुनाव में कांग्रेस ने राज्य में सरकार बनाई थी और अशोक गहलोत मुख्यमंत्री बने थे. पिछली विधानसभा चुनाव 200 में से 199 सीटों के लिए हुए मतदान कुल 74.21 फीसदी मतदान हुआ था. इस चुनाव में कांग्रेस को 99 व भाजपा को 73 सीटें मिलीं.
सत्तासीन अशोक गहलोत की नेतृत्व वाली गहलोत सरकार राजस्थान के 30 पुराने परिपाटी को तोड़कर लगातार दूसरी बार सत्ता में वापसी का दावा कर रही है, जबकि मुख्य विपक्षी दल भाजपा परिवर्तन संकल्प यात्रा में मिली जनता की प्रतिक्रिया को आधार पर पांच साल सत्ता में अपनी जोरदार वापसी का दावा किया है.
राजस्थान में इस बार 90 लाख नए मतदाता जुड़े हैं, जो पहली बार वोट करेंगे. इनमें 22 लाख मतदाता 18-19 साल की आयु के हैं. इस बार प्रदेश में महिला वोटर्स को जोड़ने के लिए भी विशेष अभियान चलाया गया. इससे पुरुषों के मुकाबले 80 हजार महिला वोटर ज्यादा जुड़ी हैं.
इस बार प्रदेश में महिला वोटर्स को जोड़ने के लिए भी विशेष अभियान चलाया गया था. इसी की वजह से पुरुषों के मुकाबले 80 हजार महिला वोटर ज्यादा जुड़ी हैं. 2018 में 2,28,27,740 महिला वोटर थीं, जो अब बढ़कर 2,51,79,442 हो गयी हैं.