
Rajasthan News: राजस्थान के भरतपुर जिले में सीएम भजनलाल शर्मा द्वारा पूंछरी के लौठा में मथुरा से एमपी तक बनाए जाने वाले कृष्ण गमन पथ के विकास की घोषणा की थी. जिसकी रूपरेखा की तैयारियों के लिए धरोहर प्राधिकरण के अध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत के साथ गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने किला स्थित बिहारी जी मंदिर का अवलोकन किया. श्री बिहारी जी मंदिर का अवलोकन कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए.
धर्मात्माओं और संतों का लिया जाएगा मार्गदर्शन
धरोहर प्राधिकरण के अध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण मथुरा से संदीपन आश्रम अध्ययन के लिए उज्जैन गए थे. जिसे सरकार कृष्ण पथ के रूप में विकसित करने की तैयारी कर रही है. इसी को लेकर धरोहर स्थलों को देखा जा रहा है.
उन्होंने बताया कि राजस्थान में जो रास्ता कृष्ण गमन पथ में आता है उन जगहों का दौरा किया जा रहा है. इस पथ को विकसित करने के लिए संत महात्माओं का मार्गदर्शन लिया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि कृष्ण पथ में भगवान श्री कृष्ण के जो प्राचीनतम शैल चित्र बने हुए हैं. जो बहुत ज्यादा प्रचलित नहीं है. उन स्थानों को विकसित किया जाएगा. इस पूरे मार्ग को लेकर इतिहासकारों, धर्मात्माओं और संतों का मार्गदर्शन लिया जाएगा.
525 किमी का बनेगा कृष्ण गमन
गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने कहा कि करीब 7 माह पहले श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व के दिन मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा द्वारा पूंछरी के लौठा में घोषणा की थी. जिसमें था कि राजस्थान की सरकार कृष्ण गमन पथ को डवलप करेगी.
मुख्यमंत्री के निर्देश पर धरोहर प्राधिकरण के अध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत द्वारा इस मार्ग में आने वाले तीर्थ स्थल, पूज्य स्थल का निरीक्षण किया जाएगा. निरीक्षण करने के बाद डीपीआर बनाकर के जल्द ही धरातल पर उतरा जाएगा. यह कृष्ण गमन पथ 525 किमी का धार्मिक सर्किट उज्जैन से झालावाड़, भरतपुर होते हुए मथुरा तक जाएगा.