Rising Rajasthan Summit: जयपुर में राइजिंग राजस्थान समिट शुरु हो गया है जिसमें देश और विदेश के बड़े उद्योगपति और कारोबारी हिस्सा ले रहे हैं. राजस्थान में भजनलाल शर्मा की सरकार राज्य में निवेश को बढ़ावा देने के लिए तीन दिन का यह सम्मेलन करवा रही है जिसकी तैयारियां लंबे समय से चल रही थीं. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और उनकी सरकार के मंत्रियों और अधिकारियों ने भारत और विदेश में कई स्थानों के दौरे कर निवेशकों को इस समिट में हिस्सा लेने और निवेश करने का निमंत्रण दिया था. समिट से पहले ही राजस्थान में लगभग 30 लाख करोड़ रुपये के निवेश के लिए सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर हो गए थे. सोमवार, 9 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सम्मेलन का उद्घाटन किया. उनके संबोधन से पहले चार बड़े उद्योग समूहों के उद्योगपतियों ने प्रधानमंत्री के सामने राजस्थान में बड़े निवेश की घोषणाएं कीं.
अदाणी ग्रुप का 7.5 लाख करोड़ के निवेश की घोषणा
सम्मेलन में अदाणी पोर्ट एंड एसईज़ेड लिमिटेड के प्रबंध निदेशक (MD) तथा CEO करण अदाणी ने अदाणी ग्रुप की ओर से अलग-अलग क्षेत्रों में 7.5 लाख करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की.
राइजिंग राजस्थान समिट में करण अदाणी ने कहा, "विभिन्न क्षेत्रों में 7.5 लाख करोड़ रुपये का निवेश होगा. इस निवेश का 50 प्रतिशत अगले पांच वर्षों में किया जाएगा. हम दुनिया का सबसे बड़ा ग्रीन एनर्जी इकोसिस्टम बनाएंगे. इन निवेशों से राजस्थान में ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में नौकरियों में तेजी आएगी. हम राजस्थान में भारत की सबसे बड़ी सीमेंट कंपनी भी बनाना चाहते हैं. इसके लिए हम 4 नए सीमेंट प्लांट लगाएंगे. साथ ही हम अन्य निवेश भी करेंगे."
करण अदाणी ने कहा कि राजस्थान में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य में ऐतिहासिक बदलाव हो रहा है. उन्होंने कहा,"राजस्थान की जीडीपी को अगले 5 सालों में दोगुना करने का आपका लक्ष्य देखते हुए हमारा भी विश्वास बढ़ा है और हमने भी निवेश बढ़ाने का फैसला किया है."
वेदांता ग्रुप के अनिल अग्रवाल के एलान
सम्मेलन में वेदांता रिसोर्सेज़ के संस्थापक और चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने बताया कि उनके समूह के अभी तक किए गए कामों से राजस्थान को काफी लाभ हुआ है और आगे इसमें और तेज़ी आएगी.
अनिल अग्रवाल ने कहा, "हिन्दुस्तान जिंक की ओर से अभी तक हमने 1 लाख करोड़ का निवेश किया है, 1 लाख लोगों को रोजगार दिया है, 5000 कंपनियां उससे लाभान्वित हुई हैं. हर साल हमने 50 हजार करोड़ रुपए का टैक्स के जरिए योगदान दिया है. इसमें से हर साल 10 हजार करोड़ रुपया राजस्थान सरकार को जाता है. हमारा विस्तार का काम चल रहा है. हम इस राजस्व को 3 गुना बढ़ा देंगे. 1 लाख 50 हजार करोड़ देश को जाएगा. उसमें से 40 हजार करोड़ राजस्थान सरकार को मिलेगा. 5 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा."
"हमने नॉट फॉर प्रॉफिट इंडस्ट्रियल पार्क की स्थापना की है, जिसमें हम कच्चा माल सप्लाई करेंगे. ज़िंक, लेड और सिल्वर देंगे. हम 2500 टन सिल्वर बनाएंगे और इस पार्क में बिना किसी प्रॉफिट के कच्चा माल देंगे, और हमांरी उम्मीद है कि वहां 500 उद्योग स्थापित होंगे."
"इसके अलावा हमने राजस्थान में पहल कर बच्चों और महिलाओं के लिए 3400 नंदघर की स्थापना की है. पूरे भारत में 6600 नंदघर चल रहे हैं जिनमें 5 लाख महिलाएं और बच्चे शिक्षित हो रहे हैं और आगे बढ़ रहे हैं. मुख्यमंत्री भजनलाल ने मुझसे कहा जिसके बाद हमने वादा किया है कि हम अगले दो साल में राज्य में 25 हजार नंदघर बनाएंगे."
कुमार मंगलम बिड़ला की घोषणाएं
सम्मेलन में आदित्य बिड़ला समूह के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला ने कहा कि अगले कुछ वर्षों में राजस्थान में विभिन्न कारोबारों में 50,000 करोड़ रुपये के निवेश की योजना बनाई जा रही है. उन्होंने कहा कि आदित्य बिड़ला समूह के निवेश में अगले एक-दो वर्षों में नवीकरणीय ऊर्जा में 6,000 करोड़ रुपये का निवेश भी शामिल होगा.
उन्होंने कहा कि समूह की भारत में छह व्यवसायों में महत्वपूर्ण उपस्थिति है, जिनमें सीमेंट, दूरसंचार, फैशन रिटेल आदि शामिल हैं. कुमार मंगलम बिड़ला ने कहा, "हम अपने सभी व्यवसायों में निवेश बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. मुझे लगता है कि हमारा समूह अगले कुछ वर्षों में सीमेंट, नवीकरणीय ऊर्जा, दूरसंचार और खुदरा क्षेत्र में 50,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगा."
आनंद महिंद्रा की राजस्थान के लिए योजनाएं
सम्मेलन में महिंद्रा समूह के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने भी राजस्थान में निवेश योजनाओं की घोषणा की. उन्होंने कहा कि उनकी कंपनी का राजस्थान से पुराना नाता रहा है और कंपनी चार क्षेत्रों में काम कर रही है. कंपनी जयपुर के पास वर्ष 2002 से ट्रैक्टर बना रही है. महिंद्रा वर्ल्ड सिटी जयपुर में भारी मात्रा में विदेशी निवेश हो रहा है और 143 कंपनियों ने 7000 करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश किया है, जिससे 63,000 लोगों को रोजगार मिला है, और 23,000 करोड़ रुपये का निवेश हो चुका है. उन्होंने कहा कि कंपनी यहां अपना कारोबार और बढ़ाने की तैयारी कर रही है.
आनंद महिंद्रा ने साथ ही कहा कि क्लब महिंद्रा की राज्य में छह प्रॉपर्टी हैं और आने वाले वर्षों में इसकी संख्या करीब दोगुनी करने की योजना है.
साथ ही महिंद्रा समूह का सौर प्रभाग राजस्थान में 11,000 करोड़ रुपये का निवेश करने को प्रतिबद्ध है.
उन्होंने कहा,"हमारे सोलर डिवीज़न ने राजस्थान में 1.1 गीगावाट से अधिक क्षमता स्थापित की है, और हम अतिरिक्त 2.8 गीगावाट क्षमता हासिल करने के लिए 11,000 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश का संकल्प जता चुके हैं."
आनंद महिंद्रा ने साथ ही कहा,"महिंद्रा समूह ने राज्य में 5,000 प्रत्यक्ष रोजगार सृजन किए हैं और अगले पांच वर्षों में इसमें अच्छी खासी वृद्धि करने की योजना है."
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